विशाखापत्तनम में जहरीली गैस के रिसाव ने 11 लोगों की जान ले ली और सैकड़ों बीमार हो गए. इससे पता चलता है कि 1984 की भोपाल त्रासदी से सबक नहीं लिया गया है. खतरनाक पदार्थों का उपयोग करने वाले उद्योगों को हमारे शहरों या आवासीय परिसर से बाहर ले जाना चाहिए. भूमि का उपयोग अन्य नागरिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जा सकता है.
योगी सरकार का कोविड अध्यादेश महामारी का अपराधीकरण और पुलिस राज को बढ़ाने वाला है
योगी सरकार के अध्यादेश में कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी को जानबूझकर संक्रमित करता है, तो उम्रकैद तक की सजा हो सकती है. इसे ‘छुपाने’ पर कठोर सजा महामारी के अपराधीकरण को बढ़ाएगा. अधिक शक्ति देने वाला यह अध्यादेश पुलिस राज की ओर ले जाएगा. योगी आदित्यनाथ की इस तरह अध्यादेश पारित करने की आदत उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य पर नकारात्मक प्रभाव डालेगी.
मोदी का बुद्ध पूर्णिमा पर चीन और दलितों तक पहुंचना स्मार्ट कूटनीतिक और राजनीतिक कदम है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बुद्ध पूर्णिमा के संबोधन के माध्यम से बौद्ध राष्ट्रों और वैश्विक समुदायों तक पहुंचने का प्रयास एक चतुर कूटनीतिक और राजनीतिक कदम था. चीन की कोरोना प्रकोप में भूमिका के बहस के बीच उन्होंने सांस्कृतिक कूटनीतिक स्कोर पॉइंट्स को बढ़ाने का प्रयास किया है. भारत में दलितों के लिए एक राजनीतिक संदेश भी दिया है.