महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ थप्पड़ वाली टिप्पणी के लिए केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी से राजनीतिक प्रतिशोध की बू आती है. राणे का बयान खराब था लेकिन उनकी गिरफ्तारी अनुचित और निंदनीय है. शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार लगातार सत्तावादी रुख दिखा रही है. ठाकरे को मुख्यमंत्री की तरह काम करना चाहिए, शिवसैनिक की तरह नहीं.