सरकार द्वारा गरीबों के लिए खाद्यान्न आधा करना और इसे मुफ्त करना दिखाता है कि महामारी से पीछा नहीं छूटा है. जिन्हें मदद की जरूरत है, उन्हें यह मिलेगा, बाकी काम पर लौट आएंगे. यह, वित्तीय और राजनीतिक लाभ के इतर है. लेकिन इसके साथ ‘फ्री’ टैग भी जुड़ गया है.