विश्व कप का जश्न इस बार भारत में मनाया गया, जिसे पूरी दुनिया ने देखा. लेकिन अहमदाबाद के खेल संस्कृति की कमी ने सबको निराश किया. ऑस्ट्रेलिया के ट्रॉफी जीतते ही स्टेडियम खाली हो गया. उनके लिए जयकार न करना एक बात थी, लेकिन अपनी टीम न जीतने पर उठकर चले जाना बहुत ही अनुचित था. इससे पता चलता हैं कि केवल प्रभावशाली खेल बुनियादी ढांचे का निर्माण करना पर्याप्त नहीं है.