मंगलवार को ईरान समर्थित हूतियों द्वारा संयुक्त अरब अमीरात पर ड्रोन हमले और बाद में सऊदी अरब द्वारा जवाबी कार्रवाई, दोनों देशों के प्रॉक्सी वार को तेज कर सकता है. यह भारत की ईंधन आपूर्ति और संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी में 60 लाख प्रवासी को नुकसान पहुंचाएगी. इस परिणाम को टालने के लिए भारत को दोनों देशों से बातचीत करना चाहिए.