अप-टू-डेट रिकॉर्ड बनाए रखने में नाकामी पर क्रेडिट ब्यूरो आरबीआई से छोटे-मोटे जुर्मान नहीं, दंड की पात्र है. यह ग्राहकों की शिकायत के बाद भी इन एजेंसियों का रिकॉर्ड अपडेट करने में विफलता माफी के लायक नहीं. इस क्रेडिट डेटा की प्रतिष्ठा है और लोगों में इसकी साख है. इसके प्रबंधन के लिए बहुत सावधानी और प्रोफेशनलिज्म की जरूरत होती है.