बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की घोषणा कि काशी, मथुरा मस्जिद-मंदिर विवाद में पार्टी संविधान और अदालत के फैसले के अनुसार चलेगी, आश्वस्त करने वाला नहीं है. बीजेपी-आरएसएस के समर्थक सक्रिय हो कर इस एजेंडे को आगे ले जा रहे हैं और इसे रोकने की जरूरत है. भारत इतिहास को सही करने की आड़ में बहुसंख्यक विजयवाद का जोखिम नहीं उठा सकता.