राजस्थान भाजपा नेता संदीप दायमा ने मस्जिदों-गुरुद्वारों की वृद्धि को समस्याग्रस्त बताया और फिर सिखों से माफी मांगते हुए कहा कि उनका मतलब मस्जिद-मदरसों से था, जो विकृत मानसिकता को दिखाता है. एसजीपीसी ने उनकी माफ़ी को ‘समान रूप से निंदनीय’ कहकर अच्छा किया है. बीजेपी कार्यकर्ताओं को संविधान पढ़ाए और उन्हें बताए कि पीएम मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे का वास्तव में मतलब क्या है.