मोदी सरकार का राज्यों से कोविड मौतों का ऑडिट और विश्लेषण करने के लिए कहना जरूरी है लेकिन यह बुहत देर हो चुकी है. यह केवल मॉडेलर्स के अनुमानों पर बहस करने या सवाल करने के बारे में नहीं है. इसकी वास्तविक संख्या पता होने से हमें समझाने में मदद मिलेगी, न कि यह हमारी तैयारियों को नुकसान पहुंचाएगा. भारत की प्रतिष्ठा पर अपारदर्शिता का अभिशाप/अपमान खुद से क्यों जड़ें?