चावल के निर्यात पर 20 प्रतिशत ड्यूटी कोई शर्म या शिकायत की बात नहीं है. हम चाहेंगे कि गैर-बासमती चावल के निर्यात को रोकने के लिए और भी किया जाए. यह कम कीमती है और इसमें ज्यादा पानी लगता है. किसानों को निर्यात के लिए ज्यादा धान का उत्पादन करने से दूरी बनाने, अधिक लाभकारी, कम पानी की खपत वाली फसलों पर जोर दिए जाने की जरूरत.