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Thursday, 25 April, 2024
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ये कुछ अधूरे काम हैं, जिसके लिए मोदी सरकार ने फिर से मांगा 5 साल

भाजपा रेडियो और टीवी के प्राइम टाइम वाले स्लॉट पर जोर-शोर से प्रचार कर रही है. लेकिन इस बार के प्रचार अभियान में वो कोई नए वादे नहीं कर रही.

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नई दिल्ली: मच्छर मारने को आतंकवाद के सफाए से जोड़ना हो या प्रदूषण के 35 प्रतिशत घटने से, टीवी और रेडियो पर आने वाले भाजपा के विज्ञापन तक, सभी एक बार फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं. ताकि 2014 की घोषणापत्र में किए गए वादे जो अधूरे रह गए हैं, उन्हें पूरा कर सकें.

इस चुनावी महासमर में, भाजपा रेडियो और टीवी के प्राइम टाइम वाले स्लॉट पर जोर-शोर से प्रचार कर रही है. लेकिन इस बार के प्रचार अभियान में वो कोई नए वादे नहीं कर रही. वो मतदाताओं से ‘अधिक’ समय की मांग कर रही है जिससे उसके द्वारा शुरू की गई योजनाओं का विस्तार किया जा सके.

उदाहरण के तौर पर, भाजपा के एक हालिया विज्ञापन में वोट देने जा रही एक लड़की अपनी मां को मोदी के लिए वोट करने का महत्व समझा रही है. वो कहती है, ‘2014 में हमने मोदी जी को वोट दिया तो वो सभी भ्रष्टाचारियों को जेल के दरवाजे तक ले आए. अब 2019 का वोट उन्हें जेल में ठूंस देगा.’

एक अन्य विज्ञापन में एक आदमी, धुएं से मच्छर मार रही अपनी पत्नी से कहता है, ‘क्या होना है इस धुएं से.’

पत्नी जवाब देती है,’ मच्छर भांगेंगे या मरेंगे इसके डर से.’

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पति: ‘वैसे ही आतंकवादी भागेंगे या मरेंगे मोदी के डर से.’

राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार में तरजीह दी तो है, लेकिन उस पर भी ‘आक्रामक’ रुख अपनाने में उसे थोेड़ा समय लगा.

जैसे ये विज्ञापन- जिसमें बताया जा रहा है कि अगर मोदी पांच साल के लिए सत्ता में आते हैं तो आतंकवाद का जड़ से सफाया होगा. ‘पिछले वोट से कड़ा ऑपरेशन किया, और ये वोट से चलो आतंक का सफाया करते हैं.’

भाजपा के विज्ञापन जो बता रहें हैं कि पार्टी द्वारा 2014 में किए गए वादे को पूरा करने के लिए पांच साल बहुत कम समय है. इसको लेकर दिप्रिंट ने उन ‘अधूरे कार्यों’ की पड़ताल की जिसपर 2019 के चुनाव में पार्टी का प्रचार अभियान केंद्रित रहेगा.

अधूरे वादे

घुसपैठ को रोकना: अगर पार्टी के 2019 लोकसभा में जारी किए गए घोषणापत्र को देखें, तो उसमें इस बात का जिक्र है, ‘हम एनआरसी मामले को जल्द से जल्द से निपटाएंगे.’  2014 में, भाजपा ने ‘स्पष्ट नीति बनाकर घुसपैठ और अवैध प्रवासियों के मुद्दे का समाधान’ करने का वादा किया था.

मेक इन इंडिया (रक्षा): 2019 के घोषणापत्र में अमेठी में शुरू हो चुके हैं आधुनिक एके-203 स्वचालित राइफलों के निर्माण का उल्लेख है, इसमें यह भी कहा गया है कि रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया पर ध्यान देने की जरूरत है, जिसमें ‘रोजगार पैदा करने’ की बात कही गई है.

2014 में, भाजपा ने ‘प्रतिस्पर्धी माहौल में घरेलू उपयोग और निर्यात दोनों के लिए सैन्य हार्डवेयर और प्लेटफार्मों के डिजाइन और उत्पादन में बड़ी हिस्सेदारी के लिए घरेलू उद्योग को प्रोत्साहित करने का वादा किया था.’

कृषि: फरवरी में मोदी सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, दो हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसानों को 6,000 रुपये सालाना का भुगतान करती है. अब, भाजपा ने इसे सभी किसानों तक विस्तारित करने का वादा किया है.

2014 में, भाजपा ने 60 वर्ष से अधिक उम्र के छोटे और सीमांत किसानों के लिए ‘कल्याणकारी उपाय’ करने का वादा किया था. इस वादे का 2019 की घोषणापत्र में भी उल्लेख है.


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2014 में भाजपा ने वादा किया था कि पार्टी 2022 तक किसानों की आय को दोगुना कर देगी, लेकिन तब भी यह बात कही गई थी कि किसानों को बेहतर आजीविका सुनिश्चित करने के लिए दूसरे कार्यकाल की आवश्यकता है.

उद्यमिता: 2014 के घोषणापत्र में उद्यमिता के साथ ही स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने की बात दूसरे नंबर पर थी. जोकि इस बार के घोषणापत्र में 11 स्थान घटकर 13वें स्थान पर आ गया है.

2019 के घोषणापत्र में 50 लाख रुपये तक के कोलैटरल फ्री क्रेडिट के लिए एक योजना और 20,000 करोड़ रुपये के स्टार्ट-अप के लिए देने की बात करता है.

पार्टी ने वादा किया है कि 2024 तक, बुनियादी ढांचे में 100 लाख करोड़ रुपये का पूंजी निवेश की जाएगाी.

2019 की घोषणापत्र में 2014 के वादे

पुलिस सुधार: 2019 की घोषणापत्र में कहा गया है, ‘भाजपा ने अगर सत्ता में वापसी की, तो केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सुधार और आधुनिकीकरण जारी रहेगा. इन वादों का उल्लेख 2014 की घोषणापत्र  में भी था.

जम्मू और कश्मीर: मोदी सरकार ने कश्मीर में शांति बहाल कराने के साथ ही कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने का वादा किया है. घोषणापत्र में अनुच्छेद 35A और अनुच्छेद 370 को रद्द करने की बात कही है. यह सारी बातें 2014 की घोषणापत्र में भी उल्लेखित थी.

वायु प्रदूषण: पार्टी ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु योजना को एक मिशन में बदलने का वादा किया है. इसने देश के 102 सबसे प्रदूषित शहरों की पहचान की है और प्रदूषण को 35 प्रतिशत तक कम करने का वादा किया है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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