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Saturday, 21 December, 2024
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अजेय, प्रचंड, महानायक और महाविजेता- मित्रों! मोदी है तो मुमकिन है

भाजपा की जीत को राष्ट्रीय अखबारों ने बहुत मन से रचाया और सजाया है. हर अखबार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना कवर बनाया.

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नई दिल्ली:  ‘प्रचंड मोदी’, ‘अजेय मोदी’, ‘मित्रों! मोदी है तो मुमकिन है’, ‘महाविजेता मोदी’, ‘ही इज बैक’ और महानायक. ये हेडिंग है आज के राष्ट्रीय मीडिया के अखबारों के पहले पेज की. भाजपा की प्रचंड जीत को नेशनल मीडिया ने मोदी की जीत बताते हुए पीएम मोदी के 23 मई के अलग-अलग मूड को अपने पहले पन्ने पर जगह दी है. देश के राष्ट्रीय अखबारों ने उन्हें हाथों-हाथ लिया है.

2019 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के अपने ही 282 के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 303 सीटें हांसिल की हैं तो कांग्रेस को अभी तक 49 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. मोदी और शाह की जोड़ी ने देश के राजनीतिक इतिहास में एक मोदी अध्याय जोड़ दिया है. आजादी और पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद किसी एक पार्टी को देश ने पहली बार इतने बड़े मैंडेट के साथ संसद तक पहुंचाया है. मोदी-शाह को खत्म करने की नियति से बना महागठबंधन भी महज 17 सीटों पर सिमट गया.

वैसे तो एग्ज़िट पोल्स ने भी भाजपा की इतनी बड़ी जीत का आंकलन नहीं किया था. भाजपा इसे ऐतिहासिक जीत बता रही है कि अपने कार्यकाल के बाद वो इतनी बड़ी जीत के साथ दोबारा सत्ता में आ रहे हैं, पहले किसी भी पार्टी का ये रिकॉर्ड नहीं रहा है. इस जीत को देश के बड़े अखबारों ने कैसे छापा, उस पर एक नजर-

अमर उजाला ने अपने मुख्य पृष्ठ पर नरेंद्र मोदी की बीजेपी मुख्यालय में देर शाम कार्यकर्ताओं का अभिवादन करते हुए वाली बड़ी तस्वीर लगाई है और साथ ही लिखा है- प्रचंड मोदी. इस तस्वीर ने नरेंद्र मोदी अपने दोनों हाथ उठाए हुए विक्टरी सिंबल बनाए हुए हैं. ये तस्वीर कल शाम भाजपा हेडक्वार्टर्स की है जब अमित शाह और नरेंद्र मोदी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुए थे.

दैनिक भास्कर ने भी ऐसी ही तस्वीर लगाते हुए लिखा है- मित्रों! मोदी है तो मुमकिन है. दैनिक भास्कर ने गेम मेकर, गेम चेंजर और गेम ब्रेकर जैसी सब हेडलाइन्स भी लगाई हैं. भास्कर ने लिखा है कि इस जीत ने नरेंद्र मोदी को जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया है.

अपने मुख्य पृष्ठ की हेडलाइन्स के मशहूर पश्चिम बंगाल के अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ ने लिखा है- ही इज बैक. इस लाइन में ‘ही‘ को भगवा रहने दिया गया है तो ‘इज बैक’ को लाल रंग से रंगा गया है. गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की चुनाव के बाद की गई प्रेस कांफ्रेंस पर अखबार ने पहला पृष्ठ खाली छोड़ अपना प्रोटेस्ट दर्ज किया था.

दैनिक जागरण ने ‘फिर एक बार मोदी सरकार‘ के साथ नरेंद्र मोदी और अमित शाह के जीत की खुशी से कमल के फूल पर नाचते हुए तस्वीर छापी है. इस कमल के फूल के नीचे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के भी कार्टून बने हुए हैं. ममता बनर्जी का कार्टून रोते हुए भागता नजर आ रहा है. हाथी और साइकिल चारों खाने चित पड़े हैं. और इस सबके नीचे भारत का मैप बना हुआ है.

पंजाब केसरी ने फौजी ड्रेस में मुस्कराते हुए नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाते हुए छापा है- खबरदार! फिर आ गया चौकीदार, अकेली भाजपा 300 पार. हाथ में लाठी और हाथ में टॉर्च लिए नरेंद्र मोदी की ये तस्वीर चुनाव प्रचार में इस्तेमाल किये गए ‘चौकीदार ही चोर है‘ नारे का जवाब देती हुई नजर आ रही है. संसद भवन को भगवा रंग दिया गया है और नरेंद्र मोदी उसकी पहरेदारी करते हुए नजर आ रहे हैं. लेकिन यहां यह बताना जरूरी है कि 23 तारीख को जीत के बाद ही पीएम मोदी सहित नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपने नाम के आगे से चौकीदार हटाना शुरू कर दिया है.

नवभारत टाइम्स ने ‘अजेय विजेता’ लिखते हुए नरेंद्र मोदी की ताज पहने हुए तस्वीर छापी है. जिसमें पीएम मोदी के सिर पर एक मुकुट भी लगाया है जिसपर कमल चमचमा रहा है.

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