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Saturday, 21 December, 2024
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पहली बार चुनकर आए सांसदों को मोदी की सलाह- ‘यहां कुछ भी ऑफ रिकार्ड नहीं होता’

मोदी ने सभी नए सांसदों को वीआईपी कल्चर से बच कर रहने की भी सलाह दी. हम न हमारी हैसियत से जीतकर आते हैं, न कोई वर्ग हमें जिताता है, न मोदी हमें जिताता है. हमें सिर्फ देश की जनता जिताती है.

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नई दिल्ली: संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा और एनडीए के नए सांसदों को कई पाठ पढ़ाया और साथ ही मीडिया से बचके रहने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा, ‘नए चुने गए सांसदों को छपने का और दिखने का शौक होता है, इससे बचना चाहिए.’

पीएम मोदी ने शनिवार को खासतौर पर युवा और पहली बार सदन में चुनकर आए सांसदों को कुछ टिप्स दिए. उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग आपसे ऑफ द रिकार्ड चर्चा भी करेंगे, लेकिन यह दिल्ली है यहां कुछ भी ऑफ द रिकार्ड नहीं होता है.

वहीं उन्होंने मीडिया द्वारा उनके मंत्रिमंडल बनाए जाने की खबरों पर भी चुटकी ली और कहा कि जबसे भाजपा सत्ता में आई है तब से इस देश में बहुत ऐसे नरेन्द्र मोदी पैदा हो गए हैं, जिन्होंने मंत्रिमंडल तक बना दिया है. उन्होंने ऐसी खबरों से सतर्क रहने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा, ‘इस सदन में जो भी जीतकर आए हैं, सब मेरे हैं.’ सरकार और कोई बनाने वाला नहीं है, जिसकी जिम्मेवारी है वही बनाने वाले हैं.

पीएम ने कहा, ‘अखबार के पन्नों से न मंत्री बनते हैं, न मंत्रिपद जाते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘हमारा मोह हमें संकट में डालता है. इसलिए हमारे नए और पुराने साथी इन चीजों से बचें क्योंकि अब देश माफ नहीं करेगा.’  हमपर बहुत बड़ी जिम्मेदारियां है. हमें इन्हें निभाना है. वाणी से, बर्ताव से, आचार से, विचार से हमें अपने आपको बदलना होगा.

सांसदों को वीआईपी कल्चर से बचकर रहने की दी सलाह

मोदी ने सभी नए सांसदों को वीआईपी कल्चर से बच कर रहने की भी सलाह दी. हम न हमारी हैसियत से जीतकर आते हैं, न कोई वर्ग हमें जिताता है, न मोदी हमें जिताता है. हमें सिर्फ देश की जनता जिताती है. हम जो कुछ भी हैं मोदी के कारण नहीं, जनता जनार्दन के कारण हैं. हम यहां अपनी योग्यता के कारण नहीं हैं, जनता जनार्दन के कारण हैं.

वहीं उन्होंने जात-पात छोड़कर और अल्पसंख्यकों को साथ लेने की बात भी कही.

भाषण की प्रमुख बातें

आम तौर पर कहा जाता है कि चुनाव बांट देता है, दूरियां पैदा करता है, दीवार बना देता है. लेकिन 2019 के चुनाव ने दीवारों को तोड़ने का काम किया है. इस चुनाव ने दिलों को जोड़ने काम किया है.

पीएम ने एक घंटे के भाषण में देश की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा ये चुनाव सामाजिक एकता का आंदोलन बन गया है. यहां समता भी ममता भी. समभाव भी ममभाव भी. इस वातारण इस चुनाव को एक नई उंचाई दी है.

भारत के लोकतांत्रिक जीवन में, चुनावी परंपरा में देश की जनता ने एक नए युग का आरंभ किया है. हम सब उसके साक्षी हैं. 2014 से 2019 तक देश हमारे साथ चला है, कभी-कभी हमसे दो कदम आगे चला है, इस दौरान देश ने हमारे साथ भागीदारी की है.

ये चुनाव पॉजिटिव वोट का चुनाव है. फिर से सरकार को लाना है, काम देना है, जिम्मेदारी देनी है. इस सकारात्मक सोच ने इतना बड़ा जनादेश दिया है.

ये देश परिश्रम की पूजा करता है.ये देश ईमान को सर पर बिठाता है.यही इस देश की पवित्रता है.जनप्रतिनिधि के लिए कोई भेद भाव की सीमा रेखा नहीं होती।.जो हमारे साथ थे, हम उनके लिए भी हैं, जो भविष्य में हमारे साथ होंगे हम उनके लिए भी हैं.

जनप्रतिनिधियों से मेरा आग्रह रहेगा है कि मानवीय संवेदनाओं के साथ अब हमारा कोई पराया नहीं रह सकता है. इसकी ताकत बहुत बड़ी होती है.दिलों को जीतने की कोशिश करेंगे.

मेरे जीवन के कई पड़ाव रहे, इसलिए मैं इन चीजों को भली-भांति समझता हूं, मैंने इतने चुनाव देखे, हार-जीत सब देखे, लेकिन मैं कह सकता हूं कि मेरे जीवन में 2019 का चुनाव एक प्रकार की तीर्थयात्रा थी. 2014 में भाजपा को जितने वोट मिले और 2019 में जो वोट मिले, उनमें जो वृद्धि हुई है, यह वृद्धि करीब-करीब 25 प्रतिशत है.

इस बार माताओं-बहनों ने कमाल कर दिया है. भारत की आजादी के बाद पार्लियामेंट में इतनी बड़ी तादात में महिला सांसद बैठने की ये पहली घटना होगी.ये अपने आप में बहुत बड़ा काम हमारी मातृ शक्ति द्वारा हुआ है.

जनप्रतिनिधि के लिए कोई भेद भाव की सीमा रेखा नहीं होती.जो हमारे साथ थे उनके लिए भी हैं और जो भविष्य में हमारे साथ चलने वाले हैं उनके लिए भी हैं.

एनडीए के पास दो महत्वपूर्ण चीजें हैं, जो हमारी अमानत है.एक है एनर्जी और दूसरा है सिनर्जी. ये एनर्जी और सिनर्जी एक ऐसा केमिकल है, जिसको लेकर हम सशक्त और सामर्थ्यवान हुए हैं.जिसको लेकर हमें आगे चलना है

नरेंद्र मोदी राजग संसदीय दल के नेता चुने गए

शनिवार शाम को संसद के केंद्रीय कक्ष में भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई. इस बैठक में कार्यकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता चुना गया. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. प्रस्ताव का भाजपा नेता नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह ने समर्थन किया. सभी नवनिर्वाचित सांसदों ने पीएम मोदी के नाम का हाथ उठाकर और मेज थपथपाकर समर्थन किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने सभी का अभिभावदन भी किया.

वहीं एनडीए के घटक दलों ओर से शिरोमणि अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल ने पीएम नरेंद्र मोदी का नाम पीएम पद के लिए रखा गया. जदयू के प्रमुख नीतीश कुमार और शिवसेना प्रमुख उद्वव ठाकरे,लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान सहित अन्य घटक दलों के नेताओं ने मोदी के नाम का समर्थन किया. समर्थन के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इसकी पीएम मोदी का गठबंधन के नेता चुने जाने की औपचारिक घोषणा की. इस मौके पर सभी सांसदों और गठबंधन के नेताओं का धन्यवाद भी दिया.

इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सभी नवनिर्वाचित सांसद मौजूद थे.

राष्ट्रपति से मिल सरकार बनाने का दावा करेंगे पेश

लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में लौटा है. इसमें भाजपा ने अकेले 303 सीटे जीती है. एनडीए के संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पीएम मोदी नई सरकार के गठन का दावा पेश करने के लिए शनिवार रात को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे.

30 मई को ले सकते हैं शपथ, मां से मिलने जाएंगे

सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी 30 मई को पीएम पद की शपथ ले सकते है. इससे पहले मोदी 28 मई को अपने संसदीय क्षेत्र में वाराणासी जाएगे. इसके बाद मोदी 29 मई को अपने गृह राज्य गुजरात भी जाएगे. वे इस दौरान अपनी मां हीरा बेन से भी मुलाकात करेंगे और आर्शीवाद भी लेंगे.

इससे पहले शुक्रवार शाम को पीएम मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की. उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा था. जिसे राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया और 16 वीं लोकसभा को भंग कर दिया. इस्तीफा स्वीकार होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि’इस कार्यकाल का सूर्य अस्त हो गया, लेकिन हमारे काम की रोशनी लाखों लोगों की जिंदगी में उजाला बिखेरती रहेगी. नये सूर्योदय का इंतजार है. नया कार्यकाल शुरू होगा.’

इससे पहले शुक्रवार शाम को पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल बैठक हुई. इसमें 16 वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की गई. इस बैठक वित्त मंत्री अरुण जेटली खराब स्वास्थ्य के चलते शामिल नहीं हो सके.

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