scorecardresearch
Monday, 23 December, 2024
होम2019 लोकसभा चुनावएम.पी में कांग्रेस नहीं कह पाएगी 'चौकीदार चोर हैं', आयोग ने लगाई रोक

एम.पी में कांग्रेस नहीं कह पाएगी ‘चौकीदार चोर हैं’, आयोग ने लगाई रोक

आयोग के इस फैसले के बाद कांग्रेस पार्टी विधि विशेषज्ञों से राय लेने में जुटी हुई है. हालांकि इस मामले में वह पहले ही अपनी दलील पेश कर चुकी हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ चलाए जा रहे ‘चौकीदार चोर है’ कैंपेन पर चुनाव आयोग ने रोक लगा दी है. राज्य ​निर्वाचन आयोग ने एक ऑर्डर जारी कर सभी जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर को कहा है कि कांग्रेस पार्टी के विज्ञापन ‘चौकीदार चोर के’ प्रसारण पर तत्काल रोक लगाई जाए. पत्र में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी के जिस विज्ञापन का शीर्षक ‘चौकीदार चोर है’ को राज्य स्तरीय मीडिया प्रमाणन और अनुवीक्षण समिति ने निरस्त कर दिया है. इसके प्रसारण पर रोक लगाई जाए.

भारतीय जनता पार्टी की ओर से कांग्रेस के ‘चौकीदार चोर है’ विज्ञापन को लेकर ऐतराज जताते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में अपील की गई थी. इस शिकायत में कहा गया था कि यह विज्ञापन अपमानजनक, बदनाम करने वाला और आपत्तिजनक है. यह भारत निर्वाचन आयोग द्वारा गठित विशेषज्ञों की मीडिया प्रमाणन एवं अनुवीक्षण समिति से बिना किसी अनुमति के प्रसारित हो रहा है.

भाजपा की शिकायत और फिर की गई अपील के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांताराव ने विज्ञापन के प्रसारण पर रोक लगाने के निर्देश दिए. कांताराव ने अपने आदेश में कहा कि आयोग द्वारा तय मानकों के आधार पर कांग्रेस के विरुद्घ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाने के साथ नोटिस जारी किया गया है- साथ ही कांग्रेस से कहा गया है कि वह इस विज्ञापन को किसी भी माध्यम से प्रसारित न कराएं और इन विज्ञापनों की प्रति कार्यालय में जमा कराएं.

इस मामले में मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश के सह मीडिया प्रभारी सर्वेश तिवारी ने दिप्रिंट को बताया की देश में अराजकता, अज्ञानता और अविश्वास का वातारवरण फैलाने वाली कांग्रेस पार्टी ने जो गड्ढा भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी के लिए खोदने की कोशिश की थी इसमें कांग्रेस पार्टी स्वंय ही गिर गई है.कांग्रेस पार्टी शर्मसार है और सुप्रीम कोर्ट की डांट से परेशान है.

मध्यप्रदेश के कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने दिप्रिंट को बताया कि इस विज्ञापन के मसले पर हमने पहले ही चुनाव आयोग को हमारा जवाब पेश कर दिया था. इस मसले पर पार्टी विधि विशेषज्ञों से राय ले रही है. इसके बाद ही आगे कुछ कहना उचित होगा.

share & View comments