नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू शनिवार को चुनाव आयोग पहुंचे. नायडू ने कहा कि ईवीएम की शिकायत को लेकर वे नई दिल्ली आए है.आयोग से मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि केंद्र सरकार आयोग के द्वारा हस्तक्षेप कर रही है. पूर्व में भी ईवीएम की शिकायत की थी. उन्होंने आयोग पर मोदी के इशारे पर काम करने का आरोप भी लगाया है.
टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू ने आयोग से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया न मिलने पर धरना देने की चेतावनी देते हुए कहा कि पहले चरण के मतदान के दौरान साढ़े चार हजार से ज्यादा ईवीएम खराब हुई हैं. हमारी मांग है कि 150 पोलिंग बूथ पर दोबारा वोटिंग कराई जाए.
हाल ही में आंध्र प्रदेश के पहले दौर के मतदान के बाद चंद्रबाबू नायडू ईवीएम में गड़बड़ियों को लेकर चुनाव आयोग पर बरसे थे. उनका कहना था कि चुनाव को तमाशा बना दिया गया है. ऐसा असंवेदनशील, गैरजिम्मेदार और बेकार निर्वाचन आयोग उन्होंने कभी नहीं देखा था. एक गैर-भरोसेमंद तकनीक, वीवीपैट पर्चियां लगी ईवीएम की संख्या बढ़ाने से इनकार, अधिकारियों का तबादला और आयोग की अन्य गतिविधियों का संचालन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज्ञा से होना इसकी विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. लोकतंत्र को बचाने के अपने संघर्ष को किसी भी हद तक ले जाने के लिए तैयार हैं.
नायडू ने निर्वाचन आयोग पर दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए हैरत जताई कि लोकतंत्र को मशीन की कृपा पर क्यों निर्भर रहना चाहिए. उनका कहना था कि राज्य में गुरुवार को हुए मतदान के दौरान 35 फीसदी ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रही थीं. मतदाताओं को परेशानी हुई. वे शुक्रवार तड़के तक कतार में खड़े अपनी बारी की प्रतीक्षा करते दिखे. इसके अलावा कई बूथों पर मतदान दोपहर एक बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे खत्म कर दिया गया. कुछ लोग तड़के 3.30 बजे मतदान कर पाए. क्या देश के प्रति आपकी यही प्रतिबद्धता है? क्या आप लोकतंत्र में वोट का ख्याल रखते हैं? निर्वाचन आयोग को जवाब देना चाहिए.