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Monday, 7 October, 2024
होमविदेशमोदी ने ऑस्ट्रिया में भारतविदों से मुलाकात की; भारतीय इतिहास, दर्शन, कला एवं संस्कृति पर चर्चा की

मोदी ने ऑस्ट्रिया में भारतविदों से मुलाकात की; भारतीय इतिहास, दर्शन, कला एवं संस्कृति पर चर्चा की

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वियना, 10 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां चार प्रमुख ऑस्ट्रियाई भारतविदों और भारतीय इतिहास एवं विचारों के विद्वानों से मुलाकात की और उनके साथ भारतविद्या और भारतीय इतिहास, दर्शन, कला एवं संस्कृति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

मोदी ने चांसलर कार्ल नेहमर के निमंत्रण पर ऑस्ट्रिया की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा की। यह 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा है। वर्ष 1983 में इंदिरा गांधी ने ऑस्ट्रिया की यात्रा की थी।

मोदी ने बौद्ध दर्शन के विद्वान और भाषाविद् डॉ. बिरगिट केलनर, आधुनिक दक्षिण एशिया के विद्वान प्रो. मार्टिन गेन्सले, वियना विश्वविद्यालय में दक्षिण एशियाई अध्ययन के प्रोफेसर डॉ. बोरायिन लारियोस और वियना विश्वविद्यालय में भारतविद्या विभाग प्रमुख डॉ. कैरिन प्रीसेनडांज के साथ बातचीत की।

विदेश मंत्रालय ने नयी दिल्ली में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने इन विद्वानों के साथ भारतविद्या तथा भारतीय इतिहास, दर्शन, कला और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘वियना में मुझे प्रोफेसर बिरगिट केलनर, डॉ. मार्टिन गेन्सले, डॉ. कैरिन प्रीसेनडांज और डॉ. बोरायिन लारियोस से मिलने का अवसर मिला। ये सभी सम्मानित शिक्षाविद और शोधार्थी हैं, जिन्होंने भारतीय इतिहास और संस्कृति के अध्ययन की दिशा में बहुत प्रयास किए हैं। उनकी व्यापक अंतर्दृष्टि के बारे में जानना अद्भुत था। मैं दुनिया भर में भारतीय संस्कृति को लोकप्रिय बनाने में उनकी भूमिका के लिए उनकी सराहना करता हूं।’’

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया में भारतविद्या की जड़ों और बौद्धिक जिज्ञासा एवं विद्वत्ता पर इसके प्रभाव के बारे में भी जानकारी ली। इसमें कहा गया कि चर्चा के दौरान विद्वानों ने भारत के साथ अपने शैक्षणिक और शोध संबंधों की भी बात की।

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रसिद्ध ऑस्ट्रियाई भौतिक वैज्ञानिक एवं नोबेल पुरस्कार विजेता एंटोन जिलिंगर से भी मुलाकात की और समकालीन समाज में ‘क्वांटम कंप्यूटिंग और क्वांटम तकनीक’ की भूमिका तथा भविष्य के लिए इसकी संभावनाओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

मोदी ने प्रमुख भौतिक वैज्ञानिक के साथ भारत के ‘नेशनल क्वांटम मिशन’ पर अपने विचार साझा किए।

प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘नोबेल पुरस्कार विजेता एंटोन जिलिंगर के साथ एक बेहतरीन बैठक हुई। क्वांटम यांत्रिकी में उनका काम पथप्रदर्शक है और यह शोधकर्ताओं एवं नवोन्मेषकों की पीढ़ियों का मार्गदर्शन करता रहेगा।’’

भाषा सिम्मी अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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