टोरंटो, छह मई (भाषा) पौधों पर आधारित नया कोविड-19 रोधी टीका कोरोना वायरस के पांच प्रकारों के खिलाफ करीब 70 फीसदी असरदार है। मानव पर नैदानिक परीक्षण से प्राप्त नतीजों के आधार पर विशेषज्ञों ने यह दावा किया है।
इस टीके को कनाडाई बायोटेक्नोलॉजी कंपनी मेडिकागो के अनुसंधानकर्ताओं ने विकसित किया है। नये टीके में कोरोना वायरस के तरह के कणों को शामिल किया गया है, जो पौधों में उत्पन्न होते हैं। ये कण अन्य तत्व (एएस03) से मिलकर टीके को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
टीके के तीसरे चरण के परीक्षण के दौरान 85 केंद्रों के 24141 लोगों को शामिल किया गया जिन्हें यादृच्छिक (रैंडम) आधार पर सीओवीपीएल+एएस03 या ‘प्लेसोबो’ इंजेक्शन की दो खुराक लगाई गई और दोनों खुराक में 21 दिन का अंतर रखा गया।
शोधकर्ताओं ने 165 प्रतिभागियों में ‘पोलीमरेज चेन रिएक्शन’ (पीसीआर) परीक्षण द्वारा कोविड-19 की पुष्टि की। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन (एनईजेएम) में बृहस्पतिवार को प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि कोरोना वायरस के पांच प्रकार के कारण लक्षण वाले संक्रमित मरीजों पर टीका 69.5 फीसदी असरदार था।
शोधकर्ताओं ने कहा कि एक सांख्यिकीय विश्लेषण में कोरोना वायरस के कारण मध्यम से गंभीर बीमारी के खिलाफ टीके की प्रभावकारिता क्रमशः 78.8 और 74.0 प्रतिशत थी।
अध्ययन के लेखकों ने कहा कि ‘सीओवीएलपी + एएस03’ टीका वैक्सीन विभिन्न प्रकारों के कारण होने वाले कोविड-19 संक्रमण को रोकने में प्रभावी था, यह लक्षण वाले संक्रमण के खिलाफ 69.5 प्रतिशत और मध्यम से गंभीर बीमारी के खिलाफ 78.8 प्रतिशत तक प्रभावी था।
शोधकर्ताओं ने कहा कि 65 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वयस्कों में टीके का असर निर्धारित नहीं की जा सका, क्योंकि इस उम्र वर्ग में प्रतिभागियों का नामांकन सीमित था।
भाषा संतोष नरेश
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