कराची, 20 मई (भाषा) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने महत्वाकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) को चीन, पाकिस्तान और तुर्की के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते में तब्दील करने का शुक्रवार को प्रस्ताव किया।
पाकिस्तान के इस कदम का उद्देश्य तीनों मित्र देशों को सीपीईसी से फायदा पहुंचाना है।
शरीफ ने कराची शिपयार्ड एंड इंजिनियरिंग वक्स्र् के एक उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह कहा।
डॉन अखबार की खबर में प्रधानमंत्री को उद्धृत करते हुए कहा गया है, ‘‘व्यापार गतिविधियां वित्तीय एवं औद्योगिक गतिविधियों के विकसित होने से कई गुना बढ़ने की संभावना है। जारी सीपीईसी परियोजना क्षेत्रीय संपर्क और व्यापार बढ़ाने की हमारी आकांक्षा को मूर्त रूप देने वाला है, जिसके मुख्य केंद्र में ग्वादर बंदरगाह है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस अवसर का उपयोग सीपीईसी को चीन, पाकिस्तान और तुर्की के बीच एक त्रिपक्षीय समझौता में तब्दील करने का प्रस्ताव करने के लिए करना चाहूंगा तथा इसकी असीम क्षमताओं से हमारे राष्ट्रों को लाभान्वित होने दिया जाए।
सीपीईसी 60 अरब डॉलर की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर इसका मार्ग गुजरने को लेकर भारत ने चीन के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।
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सुभाष माधव
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