कीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को रूस के बढ़ते हमलों का मुकाबला करने के लिए कड़े अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और सैन्य समर्थन की अपील की. उन्होंने खुलासा किया कि पिछले हफ्ते ही देश पर 1,500 से अधिक स्ट्राइक ड्रोन, 1,280 गाइडेड एरियल बम और 50 विभिन्न प्रकार की मिसाइलें दागी गईं.
एक प्रभावशाली बयान में, जिसे उन्होंने एक्स पर साझा किया, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने लंबी दूरी की मारक क्षमता सहित सैन्य ताकत बढ़ाने और मास्को पर दबाव बनाने के लिए मजबूत प्रतिबंधों की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि उनका देश लगभग हर दिन रूस के हमलों से अपनी रक्षा कर रहा है.
ज़ेलेंस्की ने कहा, “रूस को अपने कामों के परिणाम भुगतने चाहिए. पर्याप्त जवाबी कार्रवाई जरूरी है ताकि वे शांति की तलाश करें. यह हमारी सेना की ताकत, लंबी दूरी की मारक क्षमता और रूस पर कड़े प्रतिबंधों से हासिल किया जा सकता है. इस हफ्ते ही 1,500 से अधिक स्ट्राइक ड्रोन, 1,280 गाइडेड बम और 50 मिसाइलें दागी गईं.”
उन्होंने चेतावनी दी कि रूसी सैन्य उत्पादन विदेशी तकनीक और पुर्जों पर निर्भर है. अब तक रूस के हथियारों में 1,32,000 से अधिक विदेशी पुर्जे मिले हैं, जिनमें यूरोप, अमेरिका, चीन, जापान और अन्य देशों की तकनीक शामिल है.
ज़ेलेंस्की ने कहा, “हजारों विदेशी पुर्जे इन हथियारों में पाए गए हैं. यह सब हमारे लोगों के खिलाफ आतंक फैलाने के लिए है.” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रूस को नहीं रोका गया, तो उसका खतरा केवल यूक्रेन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यूरोप और हिंद-प्रशांत क्षेत्र तक फैल सकता है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने विश्व शक्तियों से प्रतिबंधों को मजबूत करने, रूस को रोकने के लिए सभी रास्ते बंद करने और उन देशों व कंपनियों पर दबाव डालने की अपील की जो डुअल-यूज़ तकनीक उपलब्ध करा रहे हैं.
उन्होंने आने वाले 19वें ईयू प्रतिबंध पैकेज को “वास्तव में दर्दनाक” बनाने की मांग की और अमेरिका से यूरोप के साथ मिलकर काम करने की अपील की. ज़ेलेंस्की ने कहा, “हमें सभी आपूर्ति मार्गों और प्रतिबंधों से बचने के तरीकों को खत्म करना होगा. हम उम्मीद करते हैं कि 19वां ईयू प्रतिबंध पैकेज कड़ा होगा और अमेरिका यूरोप के साथ जुड़ेगा. मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूं जो पहले से मदद कर रहे हैं.”
इससे पहले शुक्रवार को यूरोपीय संघ ने रूस के खिलाफ 19वां प्रतिबंध पैकेज प्रस्तावित किया था, जिसमें मास्को के “युद्ध प्रयास” को सहारा देने वाले प्रमुख क्षेत्रों को निशाना बनाया गया है.
ईयू की विदेश मामलों और सुरक्षा नीति की उच्च प्रतिनिधि और यूरोपीय आयोग की उपाध्यक्ष काजा कैलास ने कहा कि क्रेमलिन को आक्रामकता जारी रखने के लिए मिलने वाला कोई भी राजस्व अब लक्ष्य है.
प्रस्ताव में रूसी बैंकों और वित्तीय संस्थानों, विशेष आर्थिक क्षेत्रों में निवेश, रूस की ऊर्जा निर्यात पर रोक और 2027 तक एलएनजी आयात पूरी तरह बंद करने की बात शामिल है. इसमें रोसनेफ्ट और गज़प्रोम नेफ्ट से संबंधित छूट हटाने और रूस के शैडो फ्लीट व 118 नए जहाजों पर भी प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया गया है.
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