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Friday, 22 November, 2024
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC फाइनल- ओवल में पुजारा, विराट समेत भारतीय खिलाड़ियों का रिकॉर्ड अच्छा नहीं

भारतीय टीम के साथ कुछ चीजें हैं जिनके बारे में वह जरूर चिंता करेंगी, वह है ओवल में मध्यक्रम के बल्लेबाजों का खराब रिकॉर्ड.

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लंदन : आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत का मुकाबला 7 जून से ओवल में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेला जाना है. हालांकि, इस टूर्नामेंट में भारत का यह लगातार दूसरा फाइनल है और सालभर में काफी अच्छे प्रदर्शन के बाद के बाद यह मौका मिला है, इसमें यूके में इंग्लैंड के खिलाफ भी मैच होना है, लेकिन इस खिताबी भिड़ंत में कुछ चिंता की बातें भी हैं.

भारतीय टीम के साथ कुछ चीजें हैं जिनके बारे में वह जरूर चिंता करेंगी, जिसे इस बड़े दांव वाले मैच में सुधार करते हुए आगे की तरफ देखना होगा- वह है ओवल में मध्यक्रम के बल्लेबाजों का खराब रिकॉर्ड.

भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाज विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का भी यहां रिकार्ड चिंताजनक है. विराट का रिकॉर्ड भी बहुत उत्साहजनक न रहा है, हालांकि ठीक कहा जा सकता है. इस वेन्यु में अपने तीन मैचों में उन्होंने 169 रन बनाए हैं जो कि औसतन 28.16 के साथ जिसमें महज एक 50 रनों की अर्धशतकीय पारी है, जिसमें कुल 6 पारियों में वह सिंगल डिजिट के साथ पवेलियन लौटे हैं.

नंबर तीन पर आने वाले दमदार खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा का रिकॉर्ड भी लड़खड़ाता रहा है. उन्होंने यहां तीन टेस्ट मैच में 117 रन बनाए हैं जो कि केवल एक अर्धशतक के साथ 19.50 रन का औसत है, कुल 6 पारियों में वह तीन में सिंगल डिजिट के साथ पवेलियन लौटे हैं.

रहाणे का भी इस मैदान पर सबसे खराब तीन पारियां रही हैं. तीन टेस्ट की अपनी छह पारियों में, रहाणे ने 37 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ 9.17 की औसत से केवल 55 रन बनाए हैं. हर तरह से देखें तो इंग्लैंड में तीनों खिलाड़ियों के रिकॉर्ड भी बहुत अच्छे नहीं हैं.

इंग्लैंड में विराट का कुल रिकॉर्ड 16 मैचों में 33.32 की औसत से 1,033 रन का है. उन्होंने 149 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ दो शतक और पांच अर्द्धशतक बनाए हैं. 2014 में एक खराब प्रदर्शनत के बाद, हालांकि विराट 2018 के इंग्लैंड दौरे पर अपनी लय में वापस लौटे थे, वह पांच मैचों में 593 रन बनाकर टॉप पर थे, इसमें 10 पारियों में उनका औसत 59.30 रहा जिसमें दो शतक और तीन अर्धशतक शामिल थे.

पुजारा ने इंग्लैंड में 15 मैचों में 29.60 के औसत के साथ कुल 829 रन बनाए हैं, जिसमें 30 पारियों में एक शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं, जिसमें उनका नाबाद सबसे अच्छा स्कोर 132 रहा है.

इंग्लैंड में हुए मैचों में कुल 15 मैच में रहाणे ने 729 रन बनाए हैं, जिसमें 29 पारियां शामिल है और औसत 26.30 है. इसमें एक शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं.

स्टीव स्मिथ का ओवल में जबर्दस्त रिकॉर्ड रहा है

इस ऑस्ट्रेलियन स्टार बल्लेबाज का रिकॉर्ड ओवल में अविश्वसनीय रहा है इस खिलाड़ी पर नजर रखनी होगी. तीन टेस्ट मैच में स्मिथ ने 391 रन बनाए हैं जो कि 97.75 का औसत है. यहां उन्होंने अपनी पांच पारियों में 2 शतक और एक अर्धशतक बनाए हैं.

इंग्लैंड में स्मिथ का टेस्ट रिकार्ड उतना ही दबदबे वाला रहा है. अपने 16 मैच की 30 पारियों में स्मिथ ने 59.55 की औसत से 1,727 रन बनाए, जिसमें 6 शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं, सबसे अधिक स्कोर 215 का रहा है. भारतीय गेंदबाजों को उन्हें आउट करने के लिए सचमुच कुछ जादुई करना होगा और उन्हें जल्दी आउट करना जीत की कुंजी होगी.

केएस भरत या ईशान किशन को चुने?

दोनों विकेटकीपर बल्लेबाज स्टार प्लेयर ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में टीम में हैं. पंत ने अपने टेस्ट कैरियर में अभी तक प्रभावशाली पारियां खेली हैं और टीम इंडिया को वाकई में उनकी कमी खलेगी. इंग्लैंड में पंत ने 9 मैचों में 32.70 की औसत से 556 रन बनाए हैं, जिसमें 17 पारियों में 2 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं, सबसे अच्छा स्कोर 146 रन का रहा है.

हालांकि, केएस भरत के पास इंग्लैंड के मैदान को लेकर बेहतर अनुभव है, उन्होंने लीसेस्टरशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के खिलाफ 2022 में भारत के इंग्लैंड दौरे के दौरान एक अभ्यास मैच में नाबाद 70 रन बनाए थे, फिलहाल वह अभी भी अनुभवहीन हैं.

उन्होंने अभी तक 4 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें कि 20.20 की औसत से 101 रन बनाए हैं, उनका बेस्ट स्कोर 44 का है. वहीं दूसरी तरफ किशन पंत की तरह बड़े हिट लगाने में माहिर हैं, जिनका की इंग्लैंड की पिच के हालात से तालमेल बैठाना मुश्किल हो सकता है, एक ऐसा प्रारूप जिसमें वह अभी नहीं खेले हैं. उन्होंने इंग्लैंड में एक टी-20 मैच खेला है, जिसमें 8 रन बनाए थे.

दोनों कीपर बल्लेबाज अनुभवहीन हैं और टीम इंडिया इसको लेकर कुछ नहीं कर सकती, खासतौर से विकेटकीपर के तौर पर ये केएल राहुल के विकल्प के तौर पर हैं, जो कि चोट की वजह से बाहर हैं. इंग्लैंड में अपने 9 मैचों में राहुल ने 34.11 की औसत से 614 रन बनाए हैं, जिसमें 18 पारियों में 2 शतक और एक अर्धशतक शामिल है.

किशन ने 48 प्रथम श्रेणी मैचों में 38.76 की औसत और छह शतक और 16 अर्द्धशतक के जरिए 2,985 रन बनाए हैं. दूसरी ओर, 90 फर्स्ट क्लास मैचों में, भरत 37.27 के औसत से 4,808 रन बनाए हैं, जिसमें 9 शतक और 27 अर्द्धशतक शामिल हैं.

ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक 19 मैचों में 11 में जीत, तीन में हार और पांच ड्रॉ के साथ डब्ल्यूटीसी तालिका में शीर्ष पर है, जबकि भारत 10 मैचों में जीत, पांच में हार और तीन ड्रॉ के साथ दूसरे स्थान पर है.

डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए भारत की टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, केएस भरत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मो. शमी, मो. सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, इशान किशन (wk) शामिल हैं.

इस हाई-स्टेक मैच के लिए सूर्यकुमार यादव, मुकेश कुमार और यशस्वी जायसवाल स्टैंड-बाय खिलाड़ी तौर पर शामिल हैं.

ऑस्ट्रेलिया टीम: पैट कमिंस (c), स्कॉट बोलैंड, एलेक्स केरी (wk), कैमरन ग्रीन, मार्कस हैरिस, ट्रैविस हेड, जोश इंगलिस (wk), उस्मान ख्वाजा, मारनस लाबुस्चगने, नाथन लियोन, टॉड मर्फी, माइकल नेसर, स्टीव स्मिथ (वीसी), मिशेल स्टार्क, डेविड वार्नर हैं और स्टैंडबाय खिलाड़ी के तौर पर मिच मार्श और मैथ्यू रेनशॉ है.


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