इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को मांग की कि दुनियाभर में यात्रा के वास्ते कोरोनावायरस टीके की स्वीकृति पर भिन्न-भिन्न देशों के फैसला करने के बजाय डब्ल्यूएचओ जैसे संगठन को इस पर निर्णय लेना चाहिए.
पाकिस्तान के कोरोना रोधी नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर के प्रमुख नियोजन मंत्री असाद उमर ने ट्वीट किया, ‘टीका स्वीकार्यता का निर्णय डब्ल्यूएचओ जैसे वैश्विक संगठन को लेना है. हर देश जो यह तय कर रहा है कि कौन सा टीका उसके लिए स्वीकार्य है, उससे बड़ी अफरा-तफरी फैल रही है. वैश्विक नागरिकों की सेहत एवं कल्याण को वैश्विक रणनीतिक प्रतिद्वंदिता का बंधक नहीं बनाया जा सकता है.’
यह मांग इसलिए की गयी है क्योंकि पाकिस्तान को टीके के लिए चीन पर अपनी निर्भरता के चलते मुश्किलें हो रही हैं. दरअसल चीन के टीकों को कई देश स्वीकार नहीं करते हैं और वे बस फाइजर, मॉडर्ना एवं एस्ट्रेजेनेका को ही स्वीकृति देते हैं.
पाकिस्तान ने 1.35 करोड़ लोगों को टीकों की जो खुराक लगायी हैं उनमें ज्यादातार तीन चीनी टीकों साइनोफार्म, साइनोवैक और कैनसाइनों की खुराक हैं. वैसे तो पाकिस्तान को एस्ट्रेजेनेका की 12 लाख और फाइजर की 100,000 खुराक उपलब्ध करायी गयी हैं.
पश्चिमी टीके विशेष रूप से उन पाकिस्तानियों को दिए जाते हैं जो काम के लिए विदेश जाते हैं या पढ़ाई के लिए विदेशी विश्वविद्यालयों में जाते हैं.
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