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Saturday, 2 November, 2024
होमविदेशआतंकी मसूद अज़हर को प्रतिबंधित करने के लिए अमेरिका, यूके, फ्रांस का नया प्रस्ताव

आतंकी मसूद अज़हर को प्रतिबंधित करने के लिए अमेरिका, यूके, फ्रांस का नया प्रस्ताव

पुलवामा हमले को लेकर अज़हर की वैश्विक यात्रा पर रोक, संपत्तियों को फ्रीज करने और उसके हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की बात है.

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संयुक्त राष्ट्रः पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव के बीच मसूद अजहर को लेकर भारत की कूटनीतिक पहल कामायाब हो रही है. चीन, फ्रांस, ब्रिटेन सहित अमेरिका सहित बाकि देश भारत के पक्ष में खड़े हो रहे हैं. पुलवामा हमले को लेकर वैश्विक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ एक नया प्रस्ताव लाया जा रहा है. अज़हर की वैश्विक यात्रा पर रोक, संपत्तियों को फ्रीज करने और उसके हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की बात है.


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15 देशों की सुरक्षा काउंसिल में से 3 वीटो पावर रखने वाले देश ने ताजा प्रस्ताव वबुधवार को लाया है. तीन सदस्यीय देशों के प्रस्ताव पर सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति 10 दिन तक विचार करेगी. पिछले 10 सालों से अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए यह प्रस्ताव चौथी बार आया. वहीं अमेरिका ने भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित होकर कहा है कि दोनों देशों को बातचीत करनी चाहिए.

भारत ने 2009 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर पर बैन लगाने के लिए नाम आगे बढ़ाया था, जिसने पुलवामा में 14 फरवरी को हो आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएम) के 40 जवान मारे जाने की जिम्मेदारी ली थी.

2016 में भारत दोबारा पास पी-3 देशों- अमेरिका, यूके और फ्रांस के साथ यूएन की 1267 सदस्यों की प्रतिबंध कमेटी से अज़हर पर बैन लगाने की मांगी की थी, जो कि जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमले का भी मास्टरमाइंड है.

चीन, जो कि पाकिस्तान का भरोसेमंद साथी है, लगातार भारत और उसके बाद अमेरिका के प्रस्ताव पर वीटो कर चुका है.

भारत वैश्विक समुदाय के सभी सदस्यों से यूएन की सुरक्षा काउंसिल की 1267 सदस्यीय कमेटी के तहत लाये जाने वाले प्रस्ताव पर अज़हर सहित आतंकियों को प्रतिबंधित सूची में डालने के लिए दोबारा से सख्त अपील की है और पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध की मांग की है.


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गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद ये तनाव लगातार बढ़ रहा है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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