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Saturday, 16 November, 2024
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अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा खत्म, रूस ने कहा – ‘दौरे को हल्के में ना लें’

चीन पेलोसी की इस यात्रा का लगातार विरोध कर रहा है. चीन ने अमेरिकी राजदूत को तलब कर मामले पर कड़ा विरोध जताया है.

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नई दिल्ली: अमेरिका की हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा बुधवार को खत्म हो गई. इस यात्रा के बाद से चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है.

पेलोसी ने ट्वीट किया, ‘हमारे प्रतिनिधिमंडल को आज ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के साथ बैठक करने का विशेष सौभाग्य प्राप्त हुआ. हमने चर्चा की कि कैसे अमेरिका और ताइवान हमारे आर्थिक संबंधों को गहरा कर सकते हैं, हमारी सुरक्षा साझेदारी को और मजबूत कर सकते हैं और हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा कर सकते हैं.’

यूएस हाउस स्पीकर तकरीबन 20 सालों में ताइवान का दौरा करने वाली सर्वोच्च स्तर के अमेरिकी अधिकारी ने ताइवान के लोगों के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता का भरोसा दिलाया.

उन्होंने आगे लिखा, ‘ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन से विशेष ग्रैंड कॉर्डन के साथ ऑर्डर ऑफ प्रॉपिटियस क्लाउड्स हासिल करना भी मेरा उच्च सम्मान था: हमारी कीमती दोस्ती का प्रतीक है. कोई गलती न करें: आने वाले दशकों के लिए अमेरिका ताइवान के लोगों के लिए हमारी प्रतिबद्धता में अटूट है.’

अमेरिकी कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार रात ताइवान में पहुंचा था. यहां अमेरिकी हाउस स्पीकर पेलोसी ने तब से ताइवान में राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन सहित शीर्ष नेतृत्व के साथ कई चर्चाएं की हैं.

उधर, रूस ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा से उत्पन्न तनाव के स्तर को ‘हल्के में नहीं आंका जाना चाहिए’.

चीन पेलोसी की इस यात्रा का लगातार विरोध कर रहा है. चीन ने अमेरिकी राजदूत को तलब कर मामले पर कड़ा विरोध जताया है.

चीन ने आगाह किया कि अमेरिका को उसकी ‘गलतियों’ की ‘कीमत चुकानी होगी’.

पेलोसी की यात्रा पर रोष व्यक्त करते हुए चीन ने ताइवान के हवाई क्षेत्र के पास कई चीनी लड़ाकू विमान उड़ाए और ताइवान जलडमरूमध्य में सैन्य अभ्यास किया.

चीन के उप विदेश मंत्री शी फेंग ने चीन में अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स को मंगलवार देर रात तलब किया और पेलोसी की यात्रा पर कड़ा विरोध व्यक्त किया.

पेलोसी मंगलवार रात ताइपे पहुंचीं थी. पिछले 25 वर्षों में ताइवान की यात्रा करने वाली वह एक उच्च स्तरीय अमेरिकी अधिकारी हैं.

चीन दावा करता है कि ताइवान उसका हिस्सा है और वह विदेशी अधिकारियों की ताइवान यात्रा का विरोध करता है.

भाषा के इनपुट से


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