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मंगलवार, 27 मई, 2025
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अमेरिकी दूतावास की चेतावनी: क्लास या पढ़ाई बीच में छोड़ने पर रद्द हो सकता है वीजा

2024 में भारत चीन को पीछे छोड़कर 15 साल में पहली बार अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का अग्रणी स्रोत बन जाएगा. यह सलाह अमेरिकी सरकार द्वारा आव्रजन पर की जा रही सख्ती के बीच दी गई है.

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नई दिल्ली: अमेरिका में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक सलाह जारी की है, जिसमें कहा गया है कि अगर छात्र बिना जानकारी दिए कोर्स छोड़ते हैं या क्लास नहीं जाते, तो उनका स्टूडेंट वीजा रद्द किया जा सकता है और भविष्य में अमेरिकी वीजा के लिए अयोग्य ठहराया जा सकता है.

एक्स पर पोस्ट करते हुए दूतावास ने कहा, “अगर आप बिना बताए कोर्स छोड़ते हैं, क्लास में नहीं जाते या पढ़ाई बीच में छोड़ते हैं, तो आपका स्टूडेंट वीजा रद्द किया जा सकता है और भविष्य में अमेरिका के वीजा के लिए आप अयोग्य हो सकते हैं. हमेशा अपने वीजा की शर्तों का पालन करें और छात्र के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखें ताकि कोई समस्या न हो.”

यह बयान यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (आईसीई) की 17 मई को जारी एक सलाह के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि ओपीटी वीजा पर रहने वाले छात्रों को अपने रोजगार की जानकारी 90 दिनों के भीतर देनी होती है. अगर छात्र ऐसा नहीं करते हैं, तो SEVIS (स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विज़िटर इंफॉर्मेशन सिस्टम) में उनकी स्थिति समाप्त की जा सकती है.

आईसीई ने यह भी कहा था कि अगर छात्र अपने वीजा की शर्तों का उल्लंघन करते हैं, जैसे कि बिना अनुमति छुट्टी लेना या पढ़ाई में नियमित उपस्थिति न देना, तो इसका नतीजा निर्वासन, ओपीटी पात्रता की समाप्ति और भविष्य के अमेरिकी वीजा जैसे कि एच-1बी, एल-1 या ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन पर भी बुरा असर पड़ सकता है.

2024 की ओपन डोर्स रिपोर्ट के मुताबिक, जो अमेरिका के उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ रहे या पढ़ा रहे अंतरराष्ट्रीय छात्रों और स्कॉलरों पर नजर रखती है, भारत 15 वर्षों में पहली बार चीन को पीछे छोड़ते हुए अमेरिका में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्रोत बन गया है. 2023–24 शैक्षणिक वर्ष में 3.31 लाख से ज्यादा भारतीय छात्र (331,602) अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे—जो अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है.

यह पिछले साल के मुकाबले 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, जब 2022–23 में 2,68,923 भारतीय छात्र अमेरिकी संस्थानों में पढ़ रहे थे.

यह ताजा सलाह डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा की जा रही अप्रवासन पर सख्ती के बीच आई है, जिसमें युद्धकालीन कानून का हवाला देकर हजारों प्रवासियों को देश से निकाला जा रहा है. कई स्कूलों ने अपने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अमेरिका से बाहर अनावश्यक यात्रा करने से बचने की सलाह दी है क्योंकि इससे वीजा संबंधी परेशानियां हो सकती हैं.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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