(योषिता सिंह)
नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा)अमेरिका में मंगलवार मतदान का दिन है और कई भारतीय-अमेरिकी तथा दक्षिण एशियाई उम्मीदवार अलग-अलग राज्यों में विभिन्न पदों के लिए हो रहे इन चुनाव में कुछ प्रमुख पदों पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
यह चुनाव डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल में पहली अहम लड़ाई है।
इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट नामक संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘चुनाव लड़ने के लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है। इन नेताओं ने अपने समुदायों का प्रतिनिधित्व करने और इस देश के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए कदम उठाया है।’’
यह संगठन नागरिक साझेदारी और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से दक्षिण एशियाई और भारतीय-अमेरिकी समुदायों को सशक्त बनाता है।
इसने कहा गया, ‘‘इन उम्मीदवारों का समर्थन करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप वोट दें। अपने दोस्तों और परिवार को भी वोट देने के लिए प्रेरित करें। सुनिश्चित करें कि आपने इस मंगलवार को वोट देने की योजना बना ली है।’’
संगठन ने कहा कि इस साल उसने 50 दक्षिण एशियाई उम्मीदवारों का समर्थन किया है, जिन्होंने इस वर्ष चुनाव लड़ा। इनमें से 36 उम्मीदवारों के लिए मंगलवार को मतदाता मतदान करेंगे।
इनमें सबसे प्रमुख उम्मीदवारों में वर्जीनिया के लेफ्टिनेंट गवर्नर का चुनाव लड़ रही गजाला हाशमी हैं। वह वर्जीनिया राज्य की सीनेट में निर्वाचित होने वाली पहली मुस्लिम और पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी हैं।
हाशमी चार साल की उम्र में मां और बड़े भाई के साथ भारत से अमेरिका आई थीं। वह जॉर्जिया में अपने पिता के पास रहने लगीं, उस समय उनके पिता अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पीएचडी पूरी कर रहे थे और विश्वविद्यालय में अध्यापन का अपना कैरियर शुरू कर रहे थे।
हाशमी ने नवंबर 2019 में अप्रत्याशित रूप से रिब्लिकन उम्मीदवार को हराकर चुनावी जीत दर्ज की थी। उन्हें 2024 में राज्य सीनेट की शिक्षा और स्वास्थ्य समिति का अध्यक्ष नामित किया गया, जो दो महत्वपूर्ण डेमोक्रेटिक प्राथमिकताओं – प्रजनन स्वतंत्रता और सार्वजनिक शिक्षा – के लिए एक महत्वपूर्ण पद है।
न्यूयॉर्क शहर में सभी की नजर महापौर पद के सबसे मजबूत दावेदार एवं डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी पर है।
युगांडा में पैदा हुए और न्यूयॉर्क शहर में पले-बढ़े ममदानी (34) न्यूयॉर्क विधानसभा के सदस्य और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैं।
ममदानी का मुकाबला निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे न्यूयॉर्क के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा से हो रहा है।
प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता मीरा नायर और भारतीय मूल के युगांडा के लेखक महमूद ममदानी के बेटे ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के महापौर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राथमिक दौड़ में कुओमो को मुश्किल में डाले रखा और जून में विजयी घोषित किए गए।
आफ़ताब पुरवाल ओहायो के सिनसिनाटी शहर के महापौर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। पुरवाल की तिब्बती मां बचपन में कम्युनिस्ट चीन के कब्जे से भागकर एक दक्षिणी भारतीय शरणार्थी शिविर में पली-बढ़ी थीं, जबकि उनके पिता पंजाबी हैं।
पुरवाल ने अपना राजनीतिक जीवन 2015 में हैमिल्टन काउंटी क्लर्क ऑफ कोर्ट्स के लिए चुनाव लड़कर शुरू किया था।
सतीश गरिमेला उत्तरी कैरोलिना राज्य के मॉरिसविले के महापौर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं जबकि दीनी अजमानी न्यू जर्सी राज्य के होबोकेन शहर के महापौर पद के लिए किस्मत आजमा रहे हैं। होबोकेन शहर में पिछले दो कार्यकाल के महापौर रवि भल्ला अब न्यू जर्सी राज्य विधानसभा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
कई भारतीय-अमेरिकी और दक्षिण एशियाई उम्मीदवार न्यू जर्सी, उत्तरी कैरोलिना, ओहायो, वाशिंगटन राज्य, जॉर्जिया, फ्लोरिडा और पेंसिल्वेनिया जैसे राज्यों में नगर परिषदों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
अधिकांश अमेरिकी राज्यों में कम से कम एक स्थानीय चुनाव होने के कारण, ‘इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट’ ने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे बाहर निकले और अपना मत डालें।
भाषा धीरज पवनेश
पवनेश
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