वाशिंगटन, चार जून (भाषा) अमेरिकी कांग्रेस के एक समूह ने बुधवार को पहलगाम आतंकवादी हमले की स्पष्ट और द्विदलीय निंदा की और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की नीति से इसका जवाब देने के भारत के अधिकार का समर्थन किया।
सांसदों ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान भारत और अमेरिका के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी की भी सराहना की। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें भारत के सामने सीमापार आतंकवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देश के मजबूत और दृढ़ रुख के बारे में जानकारी दी।
भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “प्रतिनिधि सभा में भारतीय कॉकस के द्विदलीय सह-अध्यक्ष रो खन्ना और रिच मैककॉर्मिक तथा उप-सह-अध्यक्ष एंडी बार और मार्क वेसी ने आज शशि थरूर के नेतृत्व में आए संसदीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।”
इसमें कहा गया कि संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने कॉकस के सदस्यों को भारत के समक्ष सीमापार आतंकवाद तथा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नयी दिल्ली के मजबूत और दृढ़ रुख के बारे में जानकारी दी।
भारतीय दूतावास ने कहा, ‘कांग्रेस सदस्यों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की स्पष्ट और द्विदलीय निंदा की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति से आतंकवाद का जवाब देने के भारत के अधिकार के लिए समर्थन व्यक्त किया।’
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने सदन की विदेश मामलों की समिति (एचएफएसी) के नेतृत्व के साथ भी स्पष्ट और उपयोगी विचार-विमर्श किया।
संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने समिति के सदस्यों को सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक नयी सामान्य स्थिति को परिभाषित करने में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में जानकारी दी।
समिति के नेतृत्व ने पहलगाम हमले की स्पष्ट रूप से निंदा की और कहा कि भारत और अमेरिका अपने अटूट संकल्प में एक साथ खड़े हैं और आतंकवाद के सभी रूपों से लड़ते हैं।
विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष थरूर इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जी हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भारतीय जनता पार्टी), भुवनेश्वर कलिता (भारतीय जनता पार्टी), मिलिंद देवरा (शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (भारतीय जनता पार्टी) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत संधू शामिल हैं।
भाषा अमित सुरेश
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