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सोमवार, 21 अप्रैल, 2025
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने अपने बैसाखी संदेश में ब्रिटिश सिखों के योगदान की सराहना की

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(अदिति खन्ना)

लंदन, 13 अप्रैल (भाषा) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री आवास) से रविवार को जारी बैसाखी के शुभकामना संदेश में देश में जीवन के सभी क्षेत्रों में ब्रिटिश सिखों के योगदान की सराहना की।

स्टॉर्मर ने बैसाखी के उपलक्ष्य में इस हफ्ते की शुरुआत में अपने आधिकारिक आ‍वास पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने बैसाखी संदेश के साथ इस कार्यक्रम का एक वीडियो भी साझा किया।

सिखों के लिए बैसाखी का दिन बेहद खास माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सिखों के दसवें और आखिरी गुरु गोविंद सिंह ने बैसाखी के दिन ही खालसा पंथ की स्थापना की थी।

स्टॉर्मर ने कहा, “एक साथ आना और हमारे देश के लिए ब्रिटिश सिखों के योगदान का जश्न मनाना वास्तव में शानदार है। उनका बहुत बड़ा योगदान था, है और भविष्य में भी रहेगा।”

उन्होंने कहा, “ऐतिहासिक रूप से हमारे समाज के सभी वर्गों में से सशस्त्र बलों, हमारे स्कूलों, एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा), धर्मार्थ कार्यों और व्यवसायों में योगदान देने वालों पर गौर करने पर हम पाएंगे कि दोनों विश्व युद्ध में ब्रिटेन के लिए लड़ने से लेकर जीवन चलाने में सघर्ष कर रहे लोगों की मदद करने या यूक्रेन से शरणार्थियों का स्वागत करने तक में गुरुद्वारों ने बेहद उदार भूमिका निभाई है।”

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मैं हमारे समुदायों में ऐसा काम, देखभाल की भावना और उम्मीद की किरण देखता हूं, तो मैं बहुत कृतार्थ महसूस करता हूं। सिख धर्म के मूल्यों में करुणा और साहस के अलावा सेवा का भाव भी शामिल है और यह मेरे लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।”

स्टॉर्मर ने कहा कि उनकी लेबर सरकार हमेशा ब्रिटिश सिखों के साथ खड़ी रहेगी, जो देश की बहु-संस्कृतिवाद पर गर्व का प्रतीक हैं और “कट्टरता के विरोधी” हैं।

उन्होंने कहा, “बैसाखी के उपलक्ष्य में सिख आने वाले दिनों में खालसा पंथ की स्थापना और गेहूं की फसल की कटाई का जश्न मनाएंगे। बैसाखी का त्योहार मनाने वाले सभी सिखों को बधाई एवं शुभकामनाएं।”

भाषा पारुल रंजन

रंजन

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यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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