पेशावर, छह फरवरी (भाषा) पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में बृहस्पतिवार सुबह आतंकवादियों ने एक पुलिस ‘चेक पोस्ट’ (जांच चौकी) पर हमला कर दिया, जिससे तीन पुलिसकर्मी मारे गए जबकि छह घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में बहादुर खेल चेक पोस्ट पर गोलीबारी शुरू कर दी।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पुलिस केंद्रीय कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘करक के बहादुर खेल इलाके में एक चेक पोस्ट पर अज्ञात आतंकवादियों ने चारों तरफ से गोलीबारी की। उन्होंने चेक पोस्ट पर कब्जा करने के प्रयास में हल्के और भारी हथियारों से पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया।’’
बयान में कहा गया कि चेक पोस्ट पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने दो घंटे तक जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद आतंकवादी फरार हो गए।
अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
जिला पुलिस अधिकारी शहबाज इलाही के अनुसार घायल पुलिसकर्मियों को करक के जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, गंभीर रूप से घायल तीन पुलिसकर्मियों को पेशावर स्थानांतरित कर दिया गया है।
जिले के पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए थे।
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा और अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया।
अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं।
प्रांत के पुलिस महानिरीक्षक जुल्फिकार हमीद ने करक में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे जवानों ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और दुश्मन के हमले को विफल कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कायर आतंकवादी इस चेकपोस्ट को घेरना चाहते थे। इस पर कब्ज़ा करना चाहते थे और हमारे कर्मियों को बंधक बनाना चाहते थे। हालांकि आतंकवादी अपने प्रयासों में असफल रहे और मौके से भाग गए।’’
हमीद ने कहा, ‘‘खैबर पख्तूनख्वा की पुलिस आतंकवाद के खतरे को जड़ से उखाड़ फेंकेगी। आतंकवादी लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन लोग और पुलिस एकजुट हैं। आतंकवाद के खतरे को जड़ से उखाड़ने से हमें कोई नहीं रोक सकेगा।’’
आईजी ने करक के अस्पताल में घायल कर्मियों से मुलाकात की।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने हमले की निंदा की और पुलिस को हमले में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने हमले की निंदा की और गोलीबारी में मारे गए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले महीने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को खत्म करने की आवश्यकता पर बल दिया था।
टीटीपी एक आतंकवादी समूह है और यह कई नागरिकों तथा सुरक्षाबलों पर हमले के लिए जिम्मेदार है।
भाषा प्रीति शफीक
शफीक
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