(ललित के. झा)
वाशिंगटन, 28 फरवरी (भाषा) व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर ऐसा कोई निश्चित निष्कर्ष नहीं है कि इसकी उत्पत्ति चीन में एक प्रयोगशाला में हुई।
अमेरिकी सरकार अब भी महामारी के उत्पत्ति स्थल के बारे में जानकारी जुटा रही है जो अकादमिक, खुफिया विशेषज्ञों और सांसदों के बीच जोरदार बहस का विषय बना हुआ है।
सामरिक संचार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के समन्वयक जॉन किर्बी की यह टिप्पणी अमेरिकी ऊर्जा विभाग की एक रिपोर्ट के बाद आई है जिसमें निष्कर्ष निकाला गया है कि वायरस संभवत: चीन की प्रयोगशाला से रिसाव के कारण फैला है।
‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने रविवार को व्हाइट हाउस और कांग्रेस के अहम सदस्यों को सौंपी गई एक गोपनीय खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि जिस वायरस के कारण कोविड-19 महामारी फैली और दुनिया भर में करीब 70 लाख लोगों की मौत हुई, वह संभवत: चीन में एक प्रयोगशाला में रिसाव होने के कारण फैली।
रिपोर्ट के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में किर्बी ने कहा, ‘‘खुफिया तंत्र और सरकार अब भी इस पर गौर कर रही है। कोई निश्चित निष्कर्ष नहीं है, इसलिए मेरे लिए इस पर कुछ भी कहना मुश्किल है और न ही मैं यह समझता हूं कि मुझे वायरस की उत्पत्ति की संभावना को लेकर प्रकाशित इस प्रेस रिपोर्ट का बचाव करना चाहिए।’’
किर्बी से ऊर्जा मंत्रालय के उन निष्कर्षों पर सवाल किया गया था, जिसमें कहा गया है कि संभवत: प्रयोगशाला में रिसाव कोविड-19 वैश्विक महामारी का कारण बना। इन निष्कर्षों को पहली बार सप्ताहांत में ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में प्रकाशित किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति तथ्य चाहते हैं। वह चाहते हैं कि सरकार उन तथ्यों को सामने लाए और हम यही करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर हमारे पास बताने के लिए कुछ होगा जो अमेरिकी लोगों और कांग्रेस को ठोस जानकारी देने के लिए पर्याप्त हो तो हम ऐसा जरूर करेंगे।’’
मध्य चीन के वुहान शहर में हुआनान बाजार महामारी का केंद्र था। वर्ष 2019 में यहां से उत्पत्ति के बाद से सार्स-सीओवी-2 वायरस वुहान में अन्य जगहों और फिर पूरी दुनिया में बहुत तेजी से फैला।
‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ और ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार विभाग के निष्कर्ष में आत्मविश्वास की कमी दिखती है, जिसका अर्थ है कि निश्चितता का स्तर उच्च नहीं था।
किर्बी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने पदभार ग्रहण करने के बाद से कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने को प्राथमिकता देने का प्रयास किया और सरकार की भी यही कोशिश रही।
उन्होंने कहा, ‘‘अभी अमेरिकी सरकार में इस बात पर आम सहमति नहीं है कि वास्तव में कोविड-19 की उत्पत्ति कहां से हुई। खुफिया तंत्र में भी इसको लेकर सहमति नहीं है। राष्ट्रपति का मानना है कि यह वास्तव में महत्वपूर्ण है कि हम इस काम को जारी रखें और यह पता लगाएं कि इसकी उत्पत्ति कहां से हुई ताकि भविष्य में ऐसी महामारी को बेहतर ढंग से रोका जा सके।’’
चीन पर एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए किर्बी ने कहा कि जासूसी गुब्बारा प्रकरण के बारे में अमेरिका को चिंतित करने वाली बातों में से एक यह है कि इसे स्पष्ट रूप से संभावित संवेदनशील सैन्य स्थलों पर अत्यंत ऊंचाई से जासूसी करने के लिए ‘डिजाइन’ किया गया था।
भाषा सुरभि मनीषा
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