संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने 15 सदस्यों वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ब्रिटेन और फ्रांस के साथ बुधवार को एक मसौदा प्रस्ताव भेजा है, जिसमें पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की बात की गई है. इससे संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और चीन आमने-सामने आ गये हैं. इससे पहले चीन ने पुलवामा हमले के बाद अमेरिका, फ्रांस ब्रिटेन के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र में वीटो कर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किये जाने पर अड़ंगा लगा दिया था.
संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति में यह कोशिश अटकने के बाद अमेरिका अब इसे सीधे सुरक्षा परिषद लेकर पहुंच गया है.
Reuters: The United States circulated a resolution- drafted with British and French support – to the 15-member council that would designate JeM leader Masood Azhar, subjecting him to an arms embargo, travel ban and asset freeze, diplomats said. https://t.co/BJZaxPNQqJ
— ANI (@ANI) March 28, 2019
गौरतलब है कि इससे पहले पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ गया था. इसको देखते हुए फ्रांस की अगुवाई में ब्रिटेन, अमेरिका सहित बाकि देशों ने वैश्विक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक नया प्रस्ताव लाया था. इसमें अज़हर की वैश्विक यात्रा पर रोक, संपत्तियों को फ्रीज करने और उसके हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की बात की गई थी. लेकिन आखिरी वक्त में चीन की अड़ंगेबाजी के बाद यह प्रस्ताव अटक गया था और मसूद पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सका था.
मामले में चीन वीटो कर पाकिस्तान के लिए दीवार बना गया था. उसने तकनीकी कारण का हवाला देकर अंतिम समय में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकी प्रमुख पर प्रतिबंध लगाने पर रोक लगा दिया था. उसके इस कदम से अमेरिका नाराज हो गया था और चेतावनी देते हुए कहा था कि हम इस मामले में दूसरे कड़े कदम उठाने पर मजबूर हो सकते हैं.