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Sunday, 17 November, 2024
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ओस्लो में तालिबान से वार्ता द्विपक्षीय प्रारूप के साथ अंतिम दिन में प्रवेश की

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ओस्लो, 25 जनवरी (भाषा) तालिबान और पश्चिमी राजनयिकों के बीच आखिरी दिन की वार्ता ओस्लो में नार्वे सरकार के अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय स्तर की बैठक के साथ शुरू हुई। इस वार्ता में मुख्य बिंदु अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति है।

उल्लेखनीय है कि तीन दिवसीय वार्ता की शुरुआत रविवार को तालिबान और अफगानिस्तान के नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक से हुई, जिसके बाद सोमवार को बहुपक्षीय वार्ता पश्चिमी राजनयिकों से हुई जिनमें यूरोपीय संघ, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और मेजबान नार्वे के प्रतिनिधि शामिल थे। स्वतंत्र मानवीय संगठनों सहित सभी पक्षकारों के बीच द्विपक्षीय वार्ता मंगलवार को होने की उम्मीद है।

बंद कमरे में हो रही इस वार्ता का आयोजन नार्वे की राजधानी के नजदीक बर्फ से घिरी पहाड़ियों पर बने होटल में किया गया है और उम्मीद की जा रही है कि इसमें शिक्षा से लेकर मानवीय सहायता और वृहद समावेशिता तक के विषयों पर बात होगी।

यह वार्ता ऐसे समय हो रही है जब अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी और अगस्त में काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद संकटग्रस्त अफगानों की मुश्किल कड़ाके की ठंड ने और बढ़ा दी है।

एपी धीरज उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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