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Friday, 15 November, 2024
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महिलाओं को इस्लामी कानून के अनुसार अधिकार देगा तालिबान: जबीउल्ला मुजाहिद

टोलो न्यूज़ के मुताबिक तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, 'हम एक ऐसी सरकार स्थापित करना चाहते हैं जिसमें सभी पक्ष शामिल हों.'

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काबुल: तालिबान के एक प्रवक्ता ने महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया है लेकिन कहा है कि ऐसा इस्लामी कानून के मानदंडों के भीतर ही किया जाएगा. उन्होंने साथ ही वादा किया कि तालिबान लड़ाके अफगानिस्तान की कमान संभालने के बाद देश की रक्षा करेंगे.

तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि लड़ाके किसी से बदला नहीं लेना चाहते और सभी को बख्श दिया गया है.

जबीउल्ला मुजाहिद ने मंगलवार को अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही. वह सालों तक विद्रोहियों की ओर से गुपचुप तरीके से बयान जारी करते रहे हैं.

तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है. हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं.

टोलो न्यूज़ के मुताबिक तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘हम एक ऐसी सरकार स्थापित करना चाहते हैं जिसमें सभी पक्ष शामिल हों.’

तालिबान के पिछले शासन के दौरान महिलाओं के जीवन और अधिकारों पर कड़ी पाबंदियां देखी गई थीं. ऐसे में तालिबान प्रवक्ता के इस बयान को काफी अहम माना जा रहा है.

मुजाहिद ने यह भी कहा कि तालिबान चाहता है कि निजी मीडिया ‘स्वतंत्र रहे’ लेकिन उन्होंने इस बात को विशेष तौर पर रेखांकित किया कि पत्रकारों को ‘देश के मूल्यों के खिलाफ काम नहीं करना चाहिये.’

मुजाहिद ने इस बात पर भी जोर दिया कि अफगानिस्तान किसी दूसरे देश को निशाना बनाने के लिये अपनी जमीन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं देगा. साल 2020 में अमेरिका के साथ हुए समझौते में तालिबान ने इसका वादा भी किया था. इस समझौते के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी का रास्ता साफ हो गया था.

कई अफगानिस्तानियों को इस बात का डर है कि तालिबान के आने से देश में बर्बर शासन लौट आएगा, जैसा कि उसके पिछले शासन में देखा गया था.

मुजाहिद ने अनेकों अफगानिस्तानियों और विदेशी नागरिकों की मुख्य चिंताओं को भी दूर करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस्लामी कानून के तहत अधिकार प्रदान किये जाएंगे.

वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान के पहले उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने खुद को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित कर दिया.

भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि आने वाले दिनों में अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं.

एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पीएम मोदी ने कहा, “भारत को न केवल अपने नागरिकों की रक्षा करनी चाहिए, बल्कि हमें उन सिख व हिंदू अल्पसंख्यकों को भी शरण देनी चाहिए जो भारत आना चाहते हैं और हमें अपने अफगान भाइयों और बहनों को भी हर संभव सहायता करनी चाहिए जो मदद के लिए भारत की ओर देख रहे हैं.’

(भाषा के इनपुट्स के साथ)


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