नई दिल्ली: मेडिसिन और फिजियोलॉजी में नोबेल पुरस्कार 2022 की घोषणा कर दी गई है. इसबार का मिडिसिन का पुरस्कार विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित खोजों के लिए स्वीडन के स्वांते पैबो को दिया जाएगा. सोमवार को नोबेल समिति के सचिव थॉमस पर्लमैन ने कोरोलिंस्का संस्थान में विजेता की घोषणा की.
ये पुरस्कार विज्ञान की दुनिया में सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है, यह स्वीडन के करोलिंस्का संस्थान की नोबेल असेंबली द्वारा प्रदान किया जाता है.
नोबेल समिति ने जारी बयान में कहा, ‘कोरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल असेंबली आज विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से जुड़ी खोजों के लिए स्वंते पैबो को फिजियोलॉजी या चिकित्सा क्षेत्र में 2022 का नोबेल पुरस्कार देने का फैसला किया है.’
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The 2022 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded to Svante Pääbo “for his discoveries concerning the genomes of extinct hominins and human evolution.” pic.twitter.com/fGFYYnCO6J— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 3, 2022
स्वांते पैबो एक स्वीडिश जेनेटिस्ट हैं जिन्होंने अनुवंशिकी के क्षेत्र में महारत हासिल की है. पैबो को मानव उत्पत्ति के अध्ययन को बदलने का श्रेय दिया जाता है. उनकी प्रमुख उपलब्धियों में विलुप्त लोगों और आधुनिक मनुष्यों के बीच की कड़ी को प्रकट करने के लिए एक संपूर्ण जीनोम का अनुक्रमण शामिल है.
स्वांते पैबो एक स्वीडिश जेनेटिस्ट हैं जो विकासवादी आनुवंशिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं. पैलियोजेनेटिक्स के संस्थापकों में से एक के रूप में, उन्होंने निएंडरथल जीनोम पर बड़े पैमाने पर काम किया है. वह जर्मनी के लीपजिंग में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर इवोल्यूशनरी एंथ्रोपोलॉजी मेंजेनेटिक्स विभाग के निदेशक भी रहे हैं.
पुरस्कार की घोषणा करते हुए नोबेल पुरस्कार समिति ने कहा, ‘अपने महत्वपूर्ण शोध के माध्यम से, स्वंते पैबो ने कुछ ऐसा किया है जो असंभव सा है.’
इससे पहले 2020 में चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार से डेविड जूलियस और आर्डेन पैटामूटियम को सम्मानित किया गया था. इन दोनों शोधकर्ताओं को शरीर के तापमान, दबाव और दर्द देने वाले रिसेप्टरों की खोज करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया था. ये दोनों नोबेल विजेता अमेरिकी हैं.
डेविड जूलियन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में प्रोफेसर हैं. वहीं पैटापूटियन अर्मेनियाई मूल के अमेरिकी नागरिक हैं और ला जोला के स्क्रिप्स इंस्टीट्यूट में वैज्ञानिक हैं.
चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के साथ ही नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की शुरूआत हो गई है. मंगलवार को फिजिक्स साइंस, बुधवार को केमिस्ट्री और गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र में इन पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में पुरस्कार की घोषणा 10 अक्तूबर को की जाएगी.
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