कोलंबो, 25 फरवरी (भाषा) श्रीलंका ने शुक्रवार को कहा कि वह रूस और यूक्रेन के सैन्य संघर्ष में तटस्थ रहेगा। साथ ही उसने यह स्वीकार किया कि हिंसा के बढ़ने से श्रीलंका पर ‘‘गंभीर’’ आर्थिक प्रभाव पड़ेगा जो पहले से ही गंभीर विदेश मुद्रा संकट का सामना कर रहा है।
विदेश सचिव जयनाथ कोलम्बेज ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम स्थिति (यूक्रेन में) देख रहे हैं, लेकिन किसी का पक्ष नहीं लेंगे। हर किसी के अपने-अपने कारण हो सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि संघर्ष से श्रीलंका पर ‘‘गंभीर’’ आर्थिक प्रभाव पड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने ईंधन और गैस के लिए अधिक भुगतान करना होगा, हमारा चाय बाजार प्रभावित होगा।’’
चाय श्रीलंका से रूस को निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तु है।
राजनयिक ने कहा कि यूक्रेन में केवल कुछ ही श्रीलंकाई हैं और उन्हें सहायता के लिए तुर्की की राजधानी अंकारा में श्रीलंका के दूतावास से संपर्क करने के लिए कहा गया है।
इस बीच, श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और शत्रुता को तत्काल समाप्त करने की दिशा में काम करने का आह्वान किया।
बयान में कहा गया है, ‘‘श्रीलंका सरकार हाल में यूक्रेन में हिंसा के बढ़ने के बारे में बहुत चिंतित है।’’ इसमें कहा गया है कि श्रीलंका कूटनीति और सार्थक संवाद के माध्यम से संकट को हल करने के लिए सभी संबंधित पक्षों द्वारा ठोस प्रयास किये जाने की आवश्यकता पर जोर देता है।
भाषा देवेंद्र मनीषा
मनीषा
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