सिंगापुर, 11 जून (भाषा) सिंगापुर के अधिकारियों ने 1,000 से अधिक इंटरनेट प्रोटोकॉल (या आईपी) पते को हटा दिया है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे साइबर अपराधों से जुड़े थे । अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया कि सिंगापुर पुलिस बल (एसपीएफ) के आपराधिक जांच विभाग के तहत साइबर अपराध कमान के अधिकारियों ने देश में आईपी पते को हटाने के लिए सिंगापुर की साइबर सुरक्षा एजेंसी (सीएसए) के साथ काम किया।
यह वैश्विक पुलिस संगठन इंटरपोल के नेतृत्व में 26 देशों में चार महीने के अभियान का हिस्सा था और इसे ‘ऑपरेशन सिक्योर’ नाम दिया गया था।
साइबर अपराधियों के खिलाफ यह अभियान इस साल जनवरी से अप्रैल तक चलाया गया। 26 देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने मिलकर भौतिक सर्वरों का पता लगाया, जिनके बारे में माना जाता है कि वे ‘इन्फोस्टीलर्स’ के रूप में जाने जाने वाले दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर (मैलवेयर) को बनाए रखते हैं।
इस अभियान में भौतिक नेटवर्कों की मैपिंग और लक्षित टेकडाउन को अंजाम देना शामिल था।
बयान में कहा गया है कि वैश्विक प्रयास के कारण 20,000 से अधिक दुर्भावनापूर्ण आईपी पते और डोमेन को हटाया गया।
मैलवेयर को ‘गुप्त रूप से कंप्यूटर सिस्टम में घुसपैठ कराने और संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए डिज़ाइन किया गया है’।
पुलिस ने कहा कि चुराए गए डेटा को फिर साइबर अपराधियों द्वारा नियंत्रित एक दूरस्थ सर्वर पर भेजा जाता है।
इसमें कहा गया है कि ‘जानकारी चुराने वालों से जुड़े दुर्भावनापूर्ण आईपी पते और डोमेन को हटाने’ से साइबर अपराधी का समझौता किए गए सिस्टम पर नियंत्रण समाप्त हो जाता है और सीमा पार आपराधिक सिंडिकेट को प्रभावी ढंग से बाधित किया जाता है।
भाषा
रंजन माधव
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