scorecardresearch
शुक्रवार, 6 जून, 2025
होमविदेशशिंदे नीत प्रतिनिधिमंडल की यात्रा, भारत-लाइबेरिया ने आतंकवाद मुक्त दुनिया बनाने का संकल्प लिया

शिंदे नीत प्रतिनिधिमंडल की यात्रा, भारत-लाइबेरिया ने आतंकवाद मुक्त दुनिया बनाने का संकल्प लिया

Text Size:

मोनरोविया, तीन जून (भाषा) शिवसेना सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की लाइबेरिया यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस दौरान, दोनों देशों ने शांतिपूर्ण, सुरक्षित और आतंकवाद-मुक्त दुनिया के निर्माण की दिशा में मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

शिंदे नीत प्रतिनिधिमंडल शनिवार को लाइबेरिया की तीन दिवसीय यात्रा पर पहुंचा था। यह प्रतिनिधिमंडल उन सात सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें भारत ने दुनिया के 33 देशों की राजधानी की यात्रा कर आतंकवाद से पाकिस्तान के संबंधों को उजागर करने का जिम्मा सौंपा है।

प्रतिनिधिमंडल चार देशों (संयुक्त अरब अमीरात, कांगो गणराज्य, सियेरा लियोन, लाइबेरिया) की अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव के तहत मोनरोविया में था।

मोनरोविया स्थित भारतीय दूतावास ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “इस यात्रा ने न केवल भारत और लाइबेरिया के बीच स्थायी दोस्ती पर प्रकाश डाला, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों के साझा, अडिग रुख को भी उजागर किया। दोनों पक्षों के शांतिपूर्ण, सुरक्षित और आतंकवाद-मुक्त दुनिया को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के साथ यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हुई।”

विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ भारत के कतई बर्दाश्त न करने के दृढ़ रुख को दोहराया।

इसमें बताया गया है कि प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को लाइबेरिया की सीनेट (संसद का उच्च सदन) और प्रतिनिधि सभा (संसद का निचला सदन) के सदस्यों से मुलाकात की।

विज्ञप्ति के अनुसार, सीनेट की अस्थायी अध्यक्ष न्योनब्ली करंगा-लॉरेंस और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष रिचर्ड नागबे कून ने “एकजुटता के संकेत के रूप में” सदस्यों के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों की याद में कुछ देर मौन रखा।

इसमें कहा गया है, “करंगा-लॉरेंस ने शिंदे को सीनेट को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया। यह पहली बार है, जब किसी भारतीय सांसद को ऐसा करने का अवसर मिला।”

विज्ञप्ति के मुताबिक, शिंदे ने अपने संबोधन में सीमापार आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख का जिक्र किया और इस वैश्विक खतरे से निपटने में अंतरराष्ट्रीय एकजुटता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

शिंदे ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मुझे लाइबेरिया की सीनेट को संबोधित करने का सम्मान मिला, जहां मैंने स्पष्ट रूप से आतंकवाद के खिलाफ भारत की कतई बर्दाश्त न करने की नीति को रेखांकित किया। संबोधन के दौरान मैंने पाकिस्तान की ओर से भारत में पिछले कुछ वर्षों में किए गए आतंकवादी हमलों पर भी प्रकाश डाला।”

विज्ञप्ति में कहा गया है, “इस यात्रा का मकसद आतंकवादी नेटवर्क और उनके प्रायोजकों को अलग-थलग करने तथा उनका मुकाबला करने की तत्काल आवश्यकता पर वैश्विक आम सहमति को मजबूत करना था।”

इसमें कहा गया है कि प्रतिनिधिमंडल ने लाइबेरिया के राष्ट्रपति जोसेफ न्यौमा बोकाई सीनियर से भी मुलाकात की और पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित शोक एवं निंदा संदेश जारी करने के लिए उनकी सराहना की।

विज्ञप्ति के अनुसार, लाइबेरियाई नेतृत्व ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत की सैद्धांतिक प्रतिक्रिया के प्रति अपना मजबूत समर्थन दोहराया और आतंकवाद से लड़ने के लिए एकीकृत अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के महत्व पर जोर दिया।

इसमें कहा गया है कि प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय थिंक टैंक और मीडिया प्रतिनिधियों के साथ भी विचार-विमर्श किया तथा इस बात पर जोर दिया कि “आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई इसकी सीमाओं से आगे तक फैली हुई है-यह वैश्विक शांति, मानव सम्मान और समस्त मानवता की सुरक्षा के लिए है।”

शिंदे के अलावा प्रतिनिधिमंडल में बांसुरी स्वराज (भाजपा), ईटी मोहम्मद बशीर (इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग), अतुल गर्ग (भाजपा), सस्मित पात्रा (बीजद), मनन कुमार मिश्रा (भाजपा), सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया (भाजपा) और पूर्व राजनयिक सुजान चिनॉय शामिल थे।

भाषा पारुल नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments