scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमविदेशशहबाज शरीफ की सलाह पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली भंग की गई, अंतरिम PM की नियुक्ति के लिए विमर्श

शहबाज शरीफ की सलाह पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली भंग की गई, अंतरिम PM की नियुक्ति के लिए विमर्श

पाकिस्तान की संसद को औपचारिक रूप से भंग कर दिया गया है और इस साल के अंत में आम चुनाव होने तक देश चलाने के लिए एक कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त करने के प्रयास जारी हैं.

Text Size:

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ नेशनल असेंबली के भंग होने के बाद बृहस्पतिवार को परामर्श शुरू करेंगे और चुनाव की निगरानी को लेकर अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम को अंतिम रूप देने के लिए विपक्ष के नेता राजा रियाज से मुलाकात करेंगे.

पाकिस्तान की संसद को औपचारिक रूप से भंग कर दिया गया है और इस साल के अंत में आम चुनाव होने तक देश चलाने के लिए एक कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त करने के प्रयास जारी हैं.

राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अलीव ने प्रधानमंत्री की सलाह पर बुधवार को नेशनल असेंबली को उसके वैधानिक कार्यकाल की समाप्ति से पहले भंग कर दिया. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) को चुनाव आयोजित करने के लिए अतिरिक्त समय देने के मकसद से यह कदम उठाया गया है.

सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री शहबाज अंतरिम नेता के नाम पर चर्चा करने के लिए विपक्ष के नेता रियाज से मुलाकात करेंगे.

दोनों नेताओं के पास एक नाम पर सहमति बनाने के लिए तीन दिन का समय है. अन्यथा भंग नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एक राय बनाने के लिए आठ सदस्यीय समिति नियुक्त करेंगे, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के चार-चार विधायक शामिल होंगे. दोनों पक्ष प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता, शीर्ष पद के लिए अधिकतम दो नाम आगे बढ़ा सकते हैं.

समिति के पास सहमति बनाने के लिए तीन दिन का समय होता है और अगर यह विफल रहती है, तो इसकी बैठकों के दौरान विचार किए गए सभी नामों को ईसीपी को भेजा जाएगा जो 48 घंटों के भीतर उनमें से किसी एक को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त करेगा.

यही प्रक्रिया उन प्रांतों में दोहराई जाती है जहां मुख्यमंत्री स्थानीय विपक्षी नेताओं के साथ इस प्रक्रिया का नेतृत्व करते हैं. यह प्रक्रिया पंजाब और खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) में तब अपनाई गई जब जनवरी में उनकी विधानसभाएं भंग कर दी गईं.

पंजाब के मामले में पहले दो स्तरों पर कोई नतीजा नहीं निकला और अंततः ईसीपी इसमें शामिल हुआ और मौजूदा मोहसिन नकवी को मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया. हालांकि, खैबर पख्तूनख्वा में तत्कालीन मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता आजम खान को अंतरिम मुख्यमंत्री नियुक्त करने पर सहमत हुए.

संविधान के तहत प्रधानमंत्री एक सीमित अवधि के लिए तब तक कार्य करते रहेंगे जब तक कि कोई कार्यवाहक प्रधानमंत्री शपथ नहीं ले लेता.

सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज पहले ही अपनी पूर्व गठबंधन सरकार के 13 सहयोगी दलों के साथ विस्तृत चर्चा कर चुके हैं और उम्मीदवार पर सहमति बन गई है लेकिन नाम का खुलासा नहीं किया गया है.

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के असंतुष्ट नेता राजा रियाज को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) जैसी प्रमुख पार्टियों का करीबी माना जाता है और उम्मीद है कि सरकार के उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगे.

ऐसी भी खबरें हैं कि रियाज अगले चुनाव के लिए पीएमएल-एन से टिकट लेने की कोशिश कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री शरीफ ने बुधवार को कहा था कि वह बृहस्पतिवार को अंतरिम प्रधानमंत्री की नियुक्ति के संबंध में अपने संवैधानिक दायित्व को पूरा करने के लिए विपक्षी नेता रियाज से मिलेंगे.

 

नेशनल असेंबली को भंग करने का कदम ऐसे वक्त उठाया गया है जब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भ्रष्टाचार की सजा को पलटने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.

खान (70) को 2018 से 2022 तक प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अवैध रूप से सरकारी उपहार बेचने के लिए तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में शनिवार को इस्लामाबाद की निचली अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई थी. बाद में उन्हें पंजाब पुलिस ने उनके लाहौर स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया था.

खान वर्तमान में अटक जेल में बंद है. उन्होंने मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) में अपने वकीलों के माध्यम से एक याचिका दायर करके मामले में अपनी दोषसिद्धि और तीन साल की जेल की सजा के खिलाफ अपील की.


यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के PM की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने की नेशनल असेंबली भंग, 3 महीने में देश में होंगे चुनाव


 

share & View comments