कोलंबोः श्रीलंका की राजधानी कोलंबो सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में रविवार को 8 जगहों पर धमाके हुए. स्थानीय अधिकारियों ने पीटीआई को बताया है कि कम से कम 185 लोगों के मारे जाने और 450 लोगों के घायल होने की सूचना है. यह धमाका तब हुआ जब ईस्टर संडे पर लोग प्रार्थना के लिए चर्च और होटलों में एकत्रित हुए थे. श्रीलंका की सरकार ने पूरे देश में कर्फ्यू घोषित कर दिया है.
स्थानीय पुलिस अधिकारी रुवान गुनासेकेरा के अनुसार इन धमाके में लगभग 400 लोग घायल हुए हैं. श्रीलंका के स्थानीय समयानुसार यह धमाके 8ः45 के आस-पास हुए हैं. धमाकों से घायल लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है. मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है. अभी तक हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
Pray For Sri Lanka ?? ?
Blasts in churches and hotels in Sri Lanka. 10 dead and over 50 hospitalized including foreigners #LKA #SriLanka #EasterSunday #Colombo #PrayForSriLanka #ColomboBlast pic.twitter.com/ub0xCNvoeB— Sri Lanka Tweet ?? (@SriLankaTweet) April 21, 2019
6 जगहों जिसमें तीन चर्च- कोलंबो की सेंट एंथोनीज चर्च, नेगोम्बो की वेस्टर्न कोस्टल टाउन स्थित सेबस्टियंस चर्च और ईस्टर्न टाउन की बट्टीकालोवा चर्च को निशाना बनाया गया है. वहीं तीन फाइव स्टार होटलों को निशाना बनाया गया है जिनमें- होटल संगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किंग्सबरी शामिल हैं.
नेगोम्बो के वेस्टर्न कोस्टल टाउन स्थित सेंट सेबास्टियंस चर्च की फेसबुक पोस्ट के अनुसार, ‘ हमारे चर्च में एक बम हमला हुआ है, कृपया आइए और मदद कीजिए.’
सूत्रों के अनुसार इन धमाकों में इस्लामिक ग्रुप के शामिल होने की आशंका है. बताया जा रहा कि अभी और लोगों के मारे जाने की संभावना है. इसमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हो सकते हैं.
एफे के मुताबिक, स्थानीय मीडिया में वायरल तस्वीरों में एक चर्च के अंदर का भयावह नजारा दिखा, जिसमें छत को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा नजर आ रहा है और मलबे के बीच चारों ओर शव बिखरे पड़े हुए हैं. बचाव दल के लोग बचे हुए लोगों को बेसब्री के साथ ढूंढ़ने में लगे हुए हैं. मंत्री ने कहा कि दुर्घटना के शिकार लोगों में कुछ विदेशी नागरिक भी हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने स्थानीय न्यूज चैनलों पर प्रसारित एक विशेष संदेश में लोगों से शांत रहने और विस्फोट की तेजी से जांच के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया. सिरीसेना ने कहा, ‘मैं इस घटना से स्तब्ध और दुखी हूं. इन जघन्य कृत्यों के पीछे षड्यंत्रों का पता लगाने के लिए इसकी जांच शुरू कर दी गई है. शांत रहें और अफवाहों पर ध्यान नहीं दें.’ हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने ली नहीं है.
श्रीलंका में ईसाईयों की आबादी करीब 7 प्रतिशत है जबकि बौद्धों की आबादी लगभग 70 प्रतिशत है, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम आबादी हैं.
I strongly condemn the cowardly attacks on our people today. I call upon all Sri Lankans during this tragic time to remain united and strong. Please avoid propagating unverified reports and speculation. The government is taking immediate steps to contain this situation.
— Ranil Wickremesinghe (@RW_UNP) April 21, 2019
वहीं श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने एक ट्टवीट कर कहा कि उनकी सकरकार तत्काल प्रभाव से हालात से निपट रही है. ‘मैं हमारे नागरिकों पर किये गये इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं.’ ‘मैं इस दर्दनाक घड़ी में सभी श्रीलंकाइयों से अपील करता हूं कि वे एकजुट और मजबूत बने रहें. कृपया बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई जा रही अपुष्ट और काल्पिनक खबरों पर ध्यान न दें.’
श्रीलंका के आर्थिक सुधार मंत्री हर्षा डी सिल्वा ने कुछ घटनास्थलों का दौरा किया और इस घटना की भयावहता के बारे में बताया. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, मंत्री के कहा, ‘भयावह दृश्य. मैंने चारों ओर बिखरे पड़े शरीर के कई क्षत-विक्षत हिस्सों को देखा. आपातकालीन कर्मचारी पूरे बल के साथ हर जगह हैं. हमने कई को अस्पताल पहुंचाया. आशा करता हूं कि कई लोगों की जान बच गई होगी.’
Ministry of External Affairs: We strongly condemn the serial blasts on multiple locations in Sri Lanka today morning in which many people have been killed & injured. We extend our deepest condolences to the families of the victims & to the people & Government of Sri Lanka. pic.twitter.com/zA7BxJwb9j
— ANI (@ANI) April 21, 2019
वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक पत्र जारी कर घटना की कड़ी निंद करते हुए लिखा है, ‘हम श्रीलंका के अलग-अलग हिस्सों में हुए कई विस्फोटों की कड़ी निंदा करते हैं. जिसमें ढेर सारे लोग मारे गये और घायल हुए हैं. हम पीड़ितों के परिवारों, वहां के लोगों और श्रीलंका की सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.
श्रीलंका के लोगों के साथ भारत पूरी मजबूती के साथ खड़ा है।
इस संकट की घड़ी में भारत श्रीलंका की हर संभव मदद के लिए तैयार है: पीएम मोदी pic.twitter.com/hS81j85nYu
— BJP (@BJP4India) April 21, 2019
पूरे विश्व में आज ईस्टर का पर्व मनाया जा रहा है ऐसे समय में हमारे मित्र देश श्रीलंका में आतंकवादियों द्वारा चर्च और होटलों में अनेक बम धमाके किये गए।
नराधम आतंकियों द्वारा चर्च में प्रार्थना कर रहे, दिव्यात्मा की अनुभूति कर रहे सैकड़ों निर्दोषों को मार दिया गया: पीएम मोदी pic.twitter.com/WhPKWagw8C
— BJP (@BJP4India) April 21, 2019
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के चित्तौड़ गढ़ में एक जनसभा के संबोधन के दौरान श्रीलंका के लोगों के प्रति मजूबूती से खड़ा होने और हरसंभव मदद की बात कही है.
Terming them as cold-blooded and pre-planned barbaric acts, Prime Minister Narendra Modi pointed out that these attacks were another grim reminder of the most serious challenge posed to the entire humanity by terrorism in our region and the entire world. https://t.co/r9kvM0v6LE
— ANI (@ANI) April 21, 2019
पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को फोन कर वहां मारे गये लोगों के प्रति अपनी और देश की तरफ से हार्दिक संवेदना जताई है. पीएम ने इसे बर्बर कृत्य बताते हुए पूरी मानवता के लिए आतंकवाद द्वारा पेश की गई गंभीर चुनौती कहा है.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)