(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 29 दिसंबर (भाषा) पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकवादी समूह के पास पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा क्षेत्र में 7,000 से 10,000 लड़ाके हैं।
सनाउल्लाह ने यह भी कहा कि बागियों के साथ उनके परिवारों के करीब 25 हजार सदस्य हैं।
उन्होंने ‘डॉन न्यूज़ टीवी’ से बातचीत करते हुए यह टिप्पणी ऐसे वक्त की है जब टीटीपी देशभर में हमले कर रहा है। इसमें 2014 के बाद राजधानी इस्लामाबाद में हाल में किया गया हमला शामिल है।
टीटीपी ने नवंबर के बाद से सुरक्षा बलों पर हमले बढ़ा दिए हैं जब उसने पाकिस्तान सरकार के साथ एक महीने का संघर्ष विराम समाप्त कर दिया था।
‘डॉन अखबार’ की खबर के मुताबिक, सनाउल्लाह ने बताया कि कुछ स्थानीय लोग भी जबरन वसूली और ब्लैकमेल जैसे अपराधों में शामिल हैं और आरोप लगाया कि प्रांतीय सरकार उन्हें रोकने में नाकाम रही है।
गृह मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेतृत्व वाली सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा, “ इसका सबसे बड़ा कारण खैबर पख्तूनख्वा सरकार और आतंकवाद रोधी विभाग की नाकामी है, इसे रोकना उनका काम है।”
उन्होंने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान के पास अपनी सेना है। सनाउल्लाह ने कहा कि अगर प्रांतीय सरकार स्थिति को नहीं संभाल सकती हैं, तो वह संघीय सरकार से आग्रह कर सकती है।
उन्होंने कहा, “ सेना आतंकवाद के ऐसे तत्वों को खत्म कर देगी।”
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि टीटीपी को अफगान तालिबान की कामयाबी से बल मिला है।
माना जाता है कि टीटीपी अल-कायदा का करीब है और वह पाकिस्तान में कई हमले करने का कसूरवार है जिनमें 2009 में सेना मुख्यालय पर हमला, सैन्य ठिकानों पर हमले और 2008 में इस्लामाबाद के मैरिएट होटल में विस्फोट शामिल है।
साल 2014 में, पाकिस्तानी तालिबान ने पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमला किया था, जिसमें 131 विद्यार्थियों सहित कम से कम 150 लोगों की मौत हुई थी।
भाषा नोमान पवनेश
पवनेश
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