नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हत्या की साजिश रचने की अफवाहों के बीच इस्लामाबाद पुलिस विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
विभाग ने शनिवार रात कहा कि शहर के बानी गाला से सटे इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि इस्लामाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है और सभाओं पर रोक लगा दी गई है.
इस्लामाबाद पुलिस ने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान के बानी गाला में संभावित आगमन को देखते हुए इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. हालांकि , अब तक इस्लामाबाद पुलिस को इमरान खान की टीम की ओर से वापसी की कोई खबर नहीं मिली है.’
बयान में कहा गया, ‘सुरक्षा विभाग ने बानी गाला में सुरक्षा तैनात की है. बनी गाला में लोगों की लिस्ट अभी तक पुलिस को नहीं दी गई है. इस्लामाबाद में धारा 144 लागू है और जिला मजिस्ट्रेट के आदेश के मुताबिक किसी भी सभा की अनुमति नहीं है.’
पुलिस ने कहा, ‘इस्लामाबाद पुलिस कानून के मुताबिक इमरान खान को पूरी सुरक्षा मुहैया कराएगी और इमरान खान की सुरक्षा टीमों से भी पारस्परिक सहयोग की उम्मीद है.’
इमरान खान के भतीजे हसन नियाजी ने कहा कि अगर पीटीआई प्रमुख को कुछ होता है तो यह पाकिस्तान पर हमला माना जाएगा.
फवाद चौधरी ने पहले बताया था कि इमरान खान रविवार को इस्लामाबाद आ रहे हैं.
चौधरी ने अप्रैल में यह भी जानकारी दी थी कि सिक्योरिटी एजेंसियों ने इमरान खान की हत्या के लिए ‘साजिश’ की सूचना दी है.
इसके बाद सरकार के फैसले के मुताबिक इमरान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता फैसल वावड़ा ने भी इसी तरह के दावे किए थे कि ‘देश को बेचने’ से इनकार करने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश रची गई थी.
पत्र में प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश का जिक्र करते हुए वावड़ा ने कहा था कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की जान को खतरा है लेकिन वो टालमटोल करते रहे.
डॉन अखबार ने वावड़ा के हवाले से लिखा कि खान को इस्लामाबाद के परेड मैदान में अपनी रैली के दौरान बुलेटप्रूफ चश्मे का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी लेकिन हमेशा की तरह उन्होंने कहा कि मेरी मौत तब आएगी जब अल्लाह चाहता है. इसके बारे में चिंता न करें.
यह खबर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के उस बयान के एक दिन बाद आई है कि जिसमें उन्होंने कहा था कि विदेशी राष्ट्र ने एक संदेश भेजा कि उन्हें ‘हटाने की जरूरत है’ या फिर पाकिस्तान को परिणाम भुगतने होंगे.
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