नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी इस युद्ध के बीच भारी तबाही देखने को मिल रही है. रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के रिहायशी इलाकों में खूब तबाही मचाई है. इस हमले से यूक्रेन पूरी तरह से विरान नजर आ रहा है कीव से लेकर खारकीव तक जगह जलते और टूटे- फूटे मकान नजर आ रहे हैं. इसी बीच रूसी सेना ने शुक्रवार को दक्षिणी शहर खेरसॉन में एक टीवी टॉवर पर कब्जा लिया.
कीव इंडिपेंडेंट ने ट्वीट कर कहा, ‘रूसी सेना ने दक्षिणी शहर खेरसॉन में एक टीवी टावर को अपने कब्जे में कर लिया है. इसके बाद डर है कि इसका इस्तेमाल इस शहर में गलत सूचना फैलाने के लिए किया जाएगा. ‘इस बीच, ज़ाइटॉमिर में हवाई हमले का अलर्ट भी जारी किया गया था. कीव इंडिपेंडेंट ने ट्वीट किया, ‘ज़ाइटॉमिर में हवाई हमले की चेतावनी. निवासियों को निकटतम आश्रय में जाना चाहिए.’
सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो पोस्ट किये जा रहे हैं जिनमें महिलाएं और बच्चे युद्ध क्षेत्र में जूझते हुए दिखाई दे रहे हैं. पोस्ट किए गए नए वीडियो गुरुवार को उत्तरी शहर चेर्निहाइव में एक अपार्टमेंट परिसर में रूसी सैन्य हमलों के बाद हुए दिल दहला देने वाले दृश्य दिखाई दे रहे हैं.
एक वीडियो में स्ट्राइक के तुरंत बाद के दृश्य दिखाए गए जिसमें सिर्फ सेकेंड के भीतर ही घरों को उजाड़ दिया गया. सायरन गूंजने के साथ-साथ कैमरा इमारतों को दिखाता है जिसके बाद पूरा घर मलबे में तब्दील हो गया. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, एक अपार्टमेंट परिसर की दीवारें मलबे में दब गईं.
यूक्रेन की जमीन पर आग दिखाई दे रही है, विस्फोट से अभी भी धुंआ उठ रहा है. वीडियो फिल्माने वाला आदमी गली में निकल जाता है, जो मलबे और क्षतिग्रस्त कारों से अटी पड़ी हैं. वीडियो में जमीन पर एक घायल महिला के अलावा दो लोग जले हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में आदमी को कहते हुए सुना जा सकता है, ‘बच्चे … छोटे बच्चे’
बाइडन ने जेलेंस्की से की बात
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ‘जपोरिजिया परमाणु संयंत्र’में आग लगने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बातचीत की और रूस से प्रभावित क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने तथा आपात बचाव दल को वहां जाने की अनुमति देने की मांग की है. व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी.
यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के प्रवक्ता ने बताया है कि दक्षिणी यूक्रेन के एनेर्होदर शहर में रूस के ऊर्जा संयंत्र पर हमला करने के बाद प्रतिष्ठान में आग लग गयी है.
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मिलकर रूस से प्रभावित क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने तथा आपात बचाव दल को वहां जाने की अनुमति देने की मांग की है.’
बाइडन ने संयंत्र की स्थिति की जानकारी लेने के लिए अमेरिकी ऊर्जा विभाग के परमाणु सुरक्षा के अवर सचिव और राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन के प्रशासक से बातचीत भी की.
भारतीयों के लिए परामर्श
रक्षा मंत्रालय ने युद्ध ग्रस्त यूक्रेन के खारकीव शहर में फंसे भारतीयों के लिए बृहस्पतिवार शाम परामर्श की एक सूची जारी की क्योंकि वहां ‘संभवत: खतरनाक या मुश्किल स्थिति पेश आने की आशंका है.’
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीयों के प्रत्येक समूह या दस्ते को लहराने के लिए एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा रखना चाहिए.
इसमें कहा गया है कि भोजन और पानी बचाएं तथा उसे साझा करें, शरीर में पानी की मात्रा बनाएं रखें, भरपेट भोजन करने से बचें और राशन बचाने के लिए कम खाएं.
मंत्रालय ने कहा कि हवाई हमले, तोपों से गोलाबारी, छोटे हथियारों से गोलीबारी, ग्रेनेड विस्फोट जैसी कुछ संभावित खतरनाक या मुश्किल स्थिति हैं, जिनके खारकीव में पेश आने की आशंका है.
इसमें कहा गया है कि खारकीव में फंसे भारतीय चौबीसों घंटे अपने पास आवश्यक वस्तुओं की एक छोटी किट रखें.
मंत्रालय ने सुझाव दिया कि आपात स्थिति उपयोग किट में पासपोर्ट, पहचान पत्र, जरूरी दवा, जीवन रक्षक दवा, टॉर्च, दियासलाई, लाइटर, मोमबत्ती, नकदी, पावर बैंक, पानी, प्राथमिक उपचार किट, दस्ताने, गर्म जैकेट आदि चीजें होनी चाहिए.
मंत्रालय ने कहा, ‘यदि आप खुद को खुले स्थान या मैदान में पाएं तो बर्फ पिघालकर पानी बनाएं.’
रोमानिया, हंगरी और पोलैंड जैसे यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसी देशों से होकर 26 फरवरी से भारत अपने नागरिकों को निकाल रहा है. हालांकि, भारतीयों का एक वर्ग-विशेषकर छात्र-खारकीव में फंसे हुए हैं, जो रूसी सीमा के नजदीक पूर्वी यूक्रेन में है.
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