सिंगापुर, 20 जनवरी (भाषा) ‘द सिंगापुर इंडियन फाइन आर्ट्स सोसाइटी’ ने देश के लिटिल इंडिया परिसर में नवीनीकृत महात्मा गांधी मेमोरियल हॉल का उद्घाटन किया है। इसका मकसद अहिंसा, मानवता के प्रति प्रेम और सद्धभाव के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों को बढ़ावा देना है।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जून 1950 में अपने सिंगापुर दौरे के दौरान महात्मा गांधी मेमोरियल हॉल की नींव रखी थी। 25 अप्रैल 1953 को तत्कालीन ब्रिटिश उच्चायुक्त मैल्कम मैकडोनाल्ड ने पहली बार इस हॉल को जनता के लिए खोला था।
तब से लेकर अब तक यह हॉल भारतीय समुदाय के लिए त्योहारों और समारोहों के जरिये सिंगापुर में गांधी के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार करने का बेहद उपयुक्त मंच साबित हुआ है। इसका नवीनीकरण भी भारतीय समुदाय से मिले वित्तीय सहयोग के जरिये संभव हुआ।
‘द सिंगापुर इंडियन फाइन आर्ट्स सोसाइटी’ के अध्यक्ष केवी राव ने कहा, ‘सिंगापुर एक बहु जातीय एवं बहु धार्मिक समाज वाला देश है, जहां महात्मा गांधी मेमोरियल हॉल सभी समुदायों को एकजुट करने और शांति, अहिंसा, सद्भाव तथा मानवता की सेवा के सिद्धांत को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाता है।’
राव ने कहा कि संकट के दौर से गुजर रही दुनिया में आज गांधी के सिद्धांत ज्यादा प्रासंगिक हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि नवीनीकृत महात्मा गांधी मेमोरियल हॉल के जरिये लोगों के जीवन में शांति, सुकून और खुशी का भाव लाने में काफी मदद मिलेगी।
‘द सिंगापुर इंडियन फाइन आर्ट्स सोसाइटी’ सिंगापुर का 73 वर्ष पुराना अग्रणी कला संस्थान है, जिसमें अखिल भारतीय पाठ्यक्रम पर आधारित 18 कोर्स संचालित किए जाते हैं। इन कोर्स का संचालन कलाक्षेत्र, कथक केंद्र और दिल्ली विश्वविद्यालय सहित अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से किया जाता है।
भाषा पारुल उमा
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