नई दिल्ली: पाक अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री राजा फारूक़ हैदर पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के कई अन्य नेताओं सहित देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है.
फारूक़ और अन्य नेताओं के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज किया गया था, जिसमें शरीफ की बेटी मरियम नवाज, पूर्व प्रमुख शाहिद खकान अब्बासी, सीनेटर परवेज राशिद शामिल थे. इन सभी नेताओं ने पिछले हफ्ते लंदन से शरीफ द्वारा संबोधित पार्टी की बैठकों में एक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से भाग लिया था.
Indian PM NarendraModi must b feeling elated coz almost entire Pakistan has become his "agent"-thanks to the small-minded bigots who've least realisation of the repercussions of their parish-pump & hate-filled politics.
As an anti-India Kashmiri, I’m worried about my future now.
— Raja Muhammad Farooq Haider Khan (@farooq_pm) October 4, 2020
यह पहली बार है जब किसी कश्मीरी के खिलाफ पाकिस्तान में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. रविवार को एक ट्वीट में हैदर ने कहा कि एक ‘भारत विरोधी कश्मीरी’ के रूप में, वह अब अपने भविष्य के बारे में चिंतित है.
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क्या कहती है एफआईआर
देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए नेताओं द्वारा साजिश का दावा करते हुए, पाकिस्तान दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत पाकिस्तान के नागरिक बदर रशीद ने यह एफआईआर दर्ज करायी.
एफआईआर में कहा गया है कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पार्टी की बैठकों में अपने भाषणों के दौरान, शरीफ ने भारत की नीतियों का समर्थन किया ताकि पाकिस्तान वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ‘ग्रे सूची’ पर बना रहे. एफआईआर में कहा गया है कि पाक अधिकृत कश्मीर के पीएम भी बैठक के दौरान कथित रूप से मौजूद थे.
وزیر اعظم کو اس FIR کا کوئ علم نہیں تھا جب میں ان کے علم میں لایا کہ اس طرح ایک FIR ہوئ ہے جس میں نواز شریف اور دیگر لوگوں کو نامزد کیا گیا ہے انھوں نے شدید ناپسندیدگی کا ااظہار کیا ، ہو سکتا ہے کسی نے کاروائ ڈالنے کیلئے ایسا کیا ہو دیکھتے ہیں۔ https://t.co/uZYnwX2FCR
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) October 5, 2020
आवेदक ने यह भी कहा कि शरीफ के भाषणों का उद्देश्य ‘नवाज के’ दोस्त ‘- भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को लाभ पहुंचाने के लिए तथा भारत अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन से ध्यान हटाना था.’
हालांकि, प्रधानमंत्री इमरान खान कथित तौर पर एफआईआर से अनजान थे. एक ट्वीट के जवाब में, पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि इमरान खान ने मामले पर नाराजगी व्यक्त की है.
2017 में, हैदर को आजाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सचिवालय ने भी समन भेजा था, जब उन्होंने शरीफ को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य ठहराये जाने के बाद इस्लामाबाद में गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री हाफिज हाफिजुर रहमान के साथ एक संयुक्त प्रेसर को संबोधित किया था.
हैदर ने कहा था ‘अगर यह पाकिस्तान है जिसका सपना क़ैद-ए-आज़म और अल्लामा इक़बाल ने देखा था, तो मुझे एक कश्मीरी के रूप में फिर से सोचना होगा कि मुझे इस देश के साथ अपने भाग्य को जोड़ना चाहिए या नहीं.
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