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Sunday, 29 September, 2024
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यूरोप दौरे पर ब्रसेल्स पहुंचे राहुल गांधी, G20 में खरगे को न बुलाने पर मोदी सरकार पर साधा निशाना

राहुल गांधी ने कहा वे भारत की 60 प्रतिशत आबादी के नेता को महत्व नहीं देते हैं. यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए कि इसके पीछे किस प्रकार की सोच है.

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ब्रसेल्स (बेलगम) : यूरोप दौरे पर ब्रसेल्स पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत हो रहे जी20 सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को न बुलाए जाने पर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंंने सरकार पर भारत की 60% आबादी वाले नेता को महत्व न देने का आरोप लगाया. गांधी शुक्रवार को ब्रसेल्स प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. कांग्रेस सांसद इंडियन ओवरसीज (भारतीय अप्रवासी) कांग्रेस द्वारा आयोजित यूरोप दौरे पर हैं.

कांग्रेस नेता ने रूस-यूक्रेन को लेकर भारत की मौजूदा सरकार के स्टैंड से सहमति जताई. उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन रूस के साथ भारत के संबंधों को समझता है. वे यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर उनके देश की तरफ से ली गई पॉजिशन से काफी हद तक सहमत होंगे.

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि विपक्ष, कुल मिलाकर, (रूस और यूक्रेन के बीच) संघर्ष पर भारत के वर्तमान स्टैंड से सहमत होगा. रूस के साथ हमारे संबंध हैं. मुझे नहीं लगता कि वर्तमान सरकार के प्रस्ताव के इतर विपक्ष की अलग पॉजिशन होगी.”

राहुल गांधी से जब पश्चिम द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाने के बाद भारत को बेचे जा रहे कच्चे तेल की बढ़ती बिक्री पर प्रतिक्रिया देने को कहा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, भारत रूसी कच्चे तेल को छूट पर खरीद रहा है.

भारत ने कई मौकों पर कहा है कि उसका तेल आयात उसके राष्ट्रीय हित और उसके बड़े उपभोक्ता आधार को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किया जाएगा.

साथ ही, भारत का रुख यह रहा है कि रूस को संघर्ष के शीघ्र के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति का रास्ता अपनाने की जरूरत है.

इसके अलावा, जब विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को जी20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किए जाने के बारे में पूछा गया, तो राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “इसमें असंगत बात क्या है? उन्होंने विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया है. यह आपको कुछ बताता है. यह आपको बताता है कि वे भारत की 60 प्रतिशत आबादी के नेता को महत्व नहीं देते हैं. यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए – उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही है और इसके पीछे किस प्रकार की सोच है.”

राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान पेरिस भी जाएंगे और फ्रांसीसी सांसदों के साथ बैठक करेंगे. भारत लौटने से पहले उनकी आखिरी यात्रा नॉर्वे की होगी, जहां ओस्लो में उनके देश के सांसदों से मुलाकात करने की उम्मीद है.

जैसे-जैसे अगले साल के लोकसभा चुनावों के लड़ाई की सरगर्मी तेज हो रही है, 28-पार्टियों का विपक्षी गुट – INDIA – केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के खिलाफ एक व्यापक रोडमैप तैयार करने की तैयारी कर रहा है.


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