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Wednesday, 6 November, 2024
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UN प्रमुख गुतारेस की रूस से यूक्रेन पर हमला न करने की अपील के बीच पुतिन ने शुरू किया सैन्य अभियान

गुतारेस ने बुधवार देर रात सुरक्षा परिषद की आपात में कहा, ‘यदि वास्तव में किसी अभियान की तैयारी की जा रही है, तो मैं तहे दिल से बस यही कहना चाहूंगा कि राष्ट्रपति पुतिन अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने से रोकें.

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संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस जिस वक्त सुरक्षा परिषद में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से ‘अपनी सेना को यूक्रेन पर हमला करने से रोकने’ की अपील कर रहे थे और परिषद के अन्य सदस्य जब सैनिकों को हटाने और तनाव को कम करने की अपील कर रहे थे, उसी वक्त रूसी नेता ने पूर्वी यूक्रेन पर सैन्य अभियान की घोषणा कर दी.

गुतारेस ने बुधवार देर रात सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई थी जिसमें उन्होंने कहा, ‘यदि वास्तव में किसी अभियान की तैयारी की जा रही है, तो मैं तहे दिल से बस यही कहना चाहूंगा कि राष्ट्रपति पुतिन अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने से रोकें. शांति से मसले हल करें. बहुत लोगों की जान पहले ही जा चुकी है.’

सुरक्षा परिषद में गुतारेस के बयान के कुछ ही मिनटों के बाद पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में सैन्य अभियान की घोषणा की. घोषणा के कुछ ही देर में पूर्वी यूक्रेन में तेज धमाकों की आवाजे सुनाई दीं.

सुरक्षा परिषद में भारत सहित अन्य देशों ने यूक्रेन के मुद्दे पर बुलाई गयी आपात बैठक में संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की.

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने परिषद को बताया कि भारत ने महज दो दिन पहले ही यूक्रेन पर परिषद की बैठक में तनाव को तत्काल कम करने का आह्वान किया था और स्थिति से संबंधित सभी मुद्दों को हल करने के लिए कूटनीति केन्द्रित प्रयासों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया था.

उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हमें खेद है कि तनाव दूर करने के लिए विभिन्न पक्षों द्वारा की गई पहल पर ध्यान देने के अंतरराष्ट्रीय समुदाय के आह्वान पर ध्यान नहीं दिया गया. स्थिति के एक बड़े संकट में तब्दील होने का खतरा बना है.’

भारत ने मौजूदा घटनाक्रम पर अपनी ‘गहरी चिंता’ व्यक्त की और कहा कि इसे अगर सावधानी से नहीं संभाला गया, तो यह क्षेत्र की शांति तथा सुरक्षा को कमजोर कर सकता है.

भारत ने तत्काल तनाव कम करने और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचने का आह्वान किया, जो स्थिति को और बदतर कर सकती हो.

पुतिन की घोषणा के बाद परिषद के सभी सदस्यों ने अपने बयान दिए और तनाव कम करने की अपनी अपील दोहराई.

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा, ‘हम आज रात यहां हैं क्योंकि यूक्रेन के साथ ही हमारा भी मानना है कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण आसन्न है. आज रात हम देख रहे हैं कि रूस हवाई क्षेत्र बंद कर रहा है,सैनिक डोनबास आ रहे है साथ ही सैनिक मोर्चा संभाल रहे हैं.’

ब्रिटेन की राजदूत बारबरा बुडवर्ड कहा, ‘हम आज रात यहां रूस से युद्ध रोकने की अपील करते हैं. कई माह से रूस यूक्रेन पर बंदूक ताने हुए है,अब राष्ट्रपति पुतिन की अंगली ट्रिगर पर है…..’

अन्य देशों के राजदूतों ने भी अपने संबोधन में रूस से तनाव कम करने की अपील की.

इससे पहले पुतिन ने अन्य देशों को आगाह किया कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास ‘के ऐसे परिणाम होंगे,जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे.’

संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गिय किस्लित्सिया ने सुरक्षा परिषद को बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ‘यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा’ कर दी है.

उन्होंने अपने रूसी समकक्ष पर यह कहने के लिए भी दबाव डाला कि रूस यूक्रेन के शहरों पर गोलाबारी और बमबारी नहीं करेगा.

यूक्रेन के राजदूत ने बुधवार देर रात कहा कि यदि रूसी राजदूत वासिले नेबेंज़िया सकारात्मक जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं, तो उन्हें सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता छोड़ देनी चाहिए. दरअसल, रूस इस महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है.

यूक्रेन के राजदूत ने सुरक्षा परिषद की एक और आपात बैठक बुलाने की मांग करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र निकाय को अब युद्ध रोकने के प्रयास करने चाहिए क्योंकि तनाव कम करने के बारे में बात करने का वक्त निकल चुका है.

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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