मास्को: राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन द्वारा कई संवैधानिक सुधारों का ऐलान किये जाने के बाद रूस में सरकार ने एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में बुधवार को इस्तीफा दे दिया.
रूसी राष्ट्रपति के साथ टेलीविजन पर प्रसारित एक बैठक में प्रधानमंत्री दमित्रि मेदवेदेव रिपीट मेदवेदेव ने कहा कि प्रस्तावों से देश में सत्ता संघर्ष में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे और इसलिये ‘सरकार अपने मौजूदा स्वरूप से इस्तीफा देती है.’
मेदवेदेव रिपीट मेदवेदेव ने कहा, ‘हमें देश के राष्ट्रपति को उन संभावनाओं का अवसर मुहैया कराना चाहिए कि वह बदलावों के लिये सभी जरूरी कदम उठा सकें.’
‘अगले सभी फैसले राष्ट्रपति द्वारा लिये जाएंगे.’ पुतिन ने अपने दीर्घकालिक सहयोगी से कहा कि वह अगली सरकार की नियुक्ति तक सरकार के प्रमुख बने रहें.
पुतिन ने कहा, ‘जो कुछ भी किया गया, जो कुछ भी हासिल किया गया उसके नतीजों पर संतुष्टि जताने के लिये मैं आपका शुक्रिया अदा करता हूं.’
‘सब कुछ नहीं किया जा सका, लेकिन सब कुछ कभी होता भी नहीं है.’ उन्होंने सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख का पद बनाए जाने का भी प्रस्ताव दिया और ऐसे संकेत हैं कि मेदवेदेव रिपीट मेदवेदेव यह पद संभालेंगे.
इससे पहले पुतिन ने बुधवार को रूस के संविधान से जुड़े कई सुधारों के लिये रायशुमारी का प्रस्ताव दिया था जिससे संसद की भूमिका मजबूत होगी.
इन बदलावों में संसद को प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य चुनने का अधिकार शामिल होगा, जबकि मौजूदा व्यवस्था में यह राष्ट्रपति के पास है.