ब्राजीलिया: ब्राजील के तीन कैबिनेट मंत्रियों ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो और पर्यावण मंत्री जाओक्विम लीते ने अमेजन में जंगलों की कटाई की वार्षिक दर में बढ़ोतरी संबंधी आंकड़े ग्लासगो में हुई संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता से पहले जानबूझकर जारी नहीं किए.
यह जानकारी तीनों मंत्रियों ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को दी है. ‘नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च’ की प्रोड्स निगरानी प्रणाली के गुरुवार को जारी किए गए आंकड़ों से पता चला है कि अमेजन ने अगस्त 2020 से जुलाई 2021 तक 12 महीने की अवधि में 13,235 वर्ग किलोमीटर (5,110 वर्ग मील) वर्षावन गंवा दिया. यह आंकड़ा इससे पहले की 12 महीने की अवधि से 22 प्रतिशत अधिक है. यह पिछले 15 साल में सबसे खराब स्थिति है.
तीनों मंत्रियों और अंतरिक्ष संस्थान के एक कोर्डिनैटर ने अपनी पहचान ना बताने की शर्त पर ‘एपी’ को बताया कि 31 अक्टूबर को ग्लासगो में वार्ता शुरू होने से पहले सरकार की सूचना प्रणाली में जंगलों की कटाई संबंधी जानकारी उपलब्ध थी.
मंत्रियों ने बताया कि वार्ता से छह दिन पहले राष्ट्रपति भवन में हुई बैठक में बोलसोनारो और कई अन्य मंत्रियों ने इन आंकड़ों पर चर्चा की थी और उन्होंने जलवायु सम्मेलन होने तक इन्हें जारी नहीं करने का फैसला किया था. इन मंत्रियों में से दो मंत्री इस बैठक में मौजूद थे.
बाद में उसी दिन सरकार ने हरित विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया गया.
राष्ट्रपति भवन में हुई बैठक में शामिल हुए एक मंत्री ने बताया कि पर्यावरणीय मामलों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साख सुधारने की रणनीति के तहत आंकड़ों को जारी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इसका मकसद झूठ बोलना नहीं, बल्कि सकारात्मक घटनाओं को रेखांकित करना था। इसका मकसद खासकर तथाकथित ‘डेटर’ निगरानी प्रणाली के जुलाई और अगस्त के प्रारंभिक आंकड़ों को रेखांकित करना था, जिनमें वनों की कटाई की गति में वर्ष दर वर्ष कमी दिखाई गई है।
बोलसोनारो ने सितंबर में यूनाइटिड नेशन जनरल एसेंबली में इसी आंकड़े का जिक्र किया था लेकिन इसके बाद से डेटर प्रणाली ने जंगल नष्ट होने से जुड़े आंकड़ों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की है.
डेटर के आंकड़ों को मासिक रूप से जारी किया जाता है और इसे अपेक्षाकृति अधिक सटीक मानी जाने वाली प्रोड्स प्रणाली की गणना के लिए एक प्रमुख संकेतक माना जाता है.
पर्यावरण कार्यकर्ता क्रिस्टियन माजेट्टी ने कहा, ‘इस घटना को लेकर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. ब्राजील ने सीओपी के दौरान झूठ बोला जबकि जंगलों की कटाई नियंत्रण से बाहर है.’
बोलसोनारो की विरोधी ‘वर्कर्स पार्टी’ के कार्यकाल में पर्यावरण मंत्री रहीं इजाबेला टेक्सेरा ने कहा कि यह घटना पारदर्शिता की कमी को रेखांकित करती है.