काठमांडू : रामचंद्र पौडेल को नेपाल का नया राष्ट्रपति चुना गया है. पौडेल ने 33,802 वोट हासिल किए जबकि उनके विरोधी सुभाश चंद्र नेमबांग 15,518 वोट ही हासिल कर सके. नेपाल के चुनाव आयोग ने ये जानकारी दी है.
इसके अलावा, नेपाल चुनाव आयोग के मुताबिक संघीय संसद के 313 सदस्यों ने वोटिंग में हिस्सा लिया, जबकि 518 सदस्य प्रांतीय विधानसभाओं के वोटिंग में शामिल हुए.
मतदान नेपाल के काठमांडू में संसद भवन की नई बिल्डिंग में हुआ. इस हिमालयी देश के लिए चुनाव आयोग ने दो अलग-अलग पोलिंग स्टेशन्स बनाए थे, जिसमें एक फेडरल पार्लियामेंटिरियन के लिए जबकि दूसरा प्रांतीय विधानसभा के सदस्यों के लिए था.
सभी प्रांतों के विधायक चुनाव के लिए काठमांडू पहुंचे थे. इसमें कुल 884 सदस्य शामिल हुए. 275 सदस्य सदन के प्रतिनिधि, 59 नेशनल असेंबली के सदस्य और 550 सदस्य 7 प्रांतों से शामिल हुए.
पौडेल को 8 पार्टियों का समर्थन मिला, जबकि सुभाष चंद्र नेमबांग सीपीएन-यूएमल के इकलौते उम्मीदवार थे, जिन्हें स्वतंत्र विधायकों का समर्थन प्राप्त था.
राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) ने राष्ट्रपति के लिए किसी उम्मीदवार का समर्थन नहीं किया था. दोनों, पौडेल और नेमबांग ने आरपीपी के अध्यक्ष राजेंद्र लिंगडेन और पार्टी के बाकी पदाधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें वोट देने की मांग की थी. हालांकि, आरपीपी ने राष्ट्रपति चुनाव से दूरी बनाए रखी.
सेंट्रल वर्किंग कमेटी के काफी सदस्य बुधवार को 5 घंटे चली मीटिंग में अपने विचार रखे थे, जिन्होंने कहा था कि पार्टी को राष्ट्रपति चुनाव में शामिल नहीं होना चाहिए.
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