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शुक्रवार, 4 जुलाई, 2025
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पाणिनि की जन्मस्थली को ‘देवभूमि’ के रूप में मान्यता दी जाए : ओली

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(शिरिष बी प्रधान)

काठमांडू, नौ अप्रैल (भाषा)नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने बुधवार को सुझाव दिया कि संस्कृत व्याकरणविद् पाणिनि की जन्मस्थली को ‘देव भूमि’ के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए।

ओली ने अरघाखांची जिले के पाणिनी ग्रामीण नगरपालिका में पाणिनी तपोभूमि सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान कहा कि सरकार इस क्षेत्र को धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कदम उठाएगी।

सम्मेलन में प्रसिद्ध संस्कृत व्याकरणाचार्य पाणिनी की विरासत पर प्रकाश डाला गया। माना जाता है कि पाणिनि ने 400 ईसा पूर्व के आसपास इस क्षेत्र में घोर तपस्या की थी।

मान्यताओं के मुताबिक आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए पाणिनि ने पाणिनि गांव में सिद्धेश्वर तालाब के पास 28 दिनों तक ध्यान किया था।

ओली ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि महान संस्कृत व्याकरणविद् पाणिनी का जन्म यहीं हुआ था और हमें इस पवित्र स्थान को ‘देव भूमि’के रूप में मान्यता देनी चाहिए, जहां से संस्कृत का ज्ञान उभरा।’’

भाषा धीरज माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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