इस्लामाबाद, 10 अप्रैल (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्ता जाने के बाद रविवार को अपनी पहली टिप्पणी में कहा कि ‘‘विदेशी साजिश’’ के कारण उनकी सरकार को हटाए जाने के साथ पाकिस्तान का ‘‘स्वतंत्रता संग्राम’’ फिर से शुरू हो गया है।
खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से बचने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के काफी प्रयासों के बावजूद संयुक्त विपक्ष खान को प्रधानमंत्री पद से हटाने में सफल रहा। खान (69) देश के इतिहास में सदन का विश्वास खोने के बाद सत्ता गंवाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
सत्ता जाने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में खान ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पाकिस्तान 1947 में एक स्वतंत्र राष्ट्र बना लेकिन स्वतंत्रता संग्राम आज फिर से शासन परिवर्तन की एक विदेशी साजिश के खिलाफ शुरू हुआ है। हमेशा देश के लोग ही अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करते हैं।’’
खान दावा करते रहे हैं कि उनके खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के कारण एक ‘‘विदेशी साजिश’’ का परिणाम था। उन्होंने साजिश के पीछे अमेरिका का नाम लिया है। अमेरिका ने इस आरोप का कई बार स्पष्ट रूप से खंडन किया है।
खान ने आरोप लगाया है कि विदेश विभाग में दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सहायक मंत्री डोनाल्ड लू उनकी सरकार को गिराने के लिए ‘विदेशी साजिश’ में शामिल थे।
पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को संसद में एक भावुक भाषण में भी खान के आरोपों को दोहराया कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान में शासन परिवर्तन की साजिश रची जा रही है।
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